Rahul Gandhi News : 'फटाफट पेट्रोल के टैंक फुल करवा लीजिए, मोदी सरकार का चुनावी ऑफर खत्म हो रहा है', राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर कसा तंज
file photo
Rahul Gandhi News : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के प्रचार का आज आखिरी दिन है। सभी सियासी दल का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। वहीं इस जुबानी जंग के भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सदैव केंद्र सरकार पर हमलावर रहते हैं। इस कड़ी में राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर बीजेपी पर कसा तंज
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर डीजल पेट्रोल की कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा है कि 'फटाफट पेट्रोल के टैंक फुल करवा लीजिए। मोदी सरकार का 'चुनावी' ऑफर खत्म होने जा रहा है।'
फटाफट Petrol टैंक फुल करवा लीजिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 5, 2022
मोदी सरकार का 'चुनावी' offer ख़त्म होने जा रहा है। pic.twitter.com/Y8oiFvCJTU
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला था और कई आरोप लगाए थे। राहुल गांधी ने कहा था कि भाजपा के लोग धर्म एवं झूठ के नाम पर वोट लेते हैं। इसके साथ ही राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी के शासनकाल के कानून व्यवस्था और गुंडागर्दी का मामला उठाया था और बहुजन समाज पार्टी को भाजपा की बी पार्टी बताया था।
पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी का दावा
बता दें कि कांग्रेस नेताओं का दावा है कि उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते पिछले कुछ सप्ताह से पेट्रोल डीजल का दाम नहीं बढ़े हैं और चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी होगी। बता दें कि पेट्रोल-डीजल के दाम लगभग 2 महीने से स्थिर हैं लेकिन उससे पहले लगातार पेट्रोल डीजल के दामों में तेजी आ रही थी। पेट्रोल डीजल के दाम स्थिर होने का कारण सियासी दल चुनाव को बता रहे हैं, इसलिए उनका कहना है कि चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि होगी।
15 रुपए प्रति लीटर हो सकती है वृद्धि
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि बीते 2 महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से सरकारी स्वामित्व वाले खुदरा तेल विक्रेताओं को लागत वसूली के लिए 16 मार्च 2022 या उससे पहले इन दिनों के कीमतों में 12.1 प्रति लीटर की वृद्धि करनी होगी। वहीं तेल कंपनियों के मार्जिन को जोड़ ले, तो 15.1 रुपए प्रति लीटर की मूल्य वृद्धि करने की आवश्यकता होगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बृहस्पतिवार को बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई थी। जो बीते 9 वर्षों में सर्वाधिक है। हालांकि शुक्रवार को इसकी कीमत थोड़ी घटकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई। बता दें कि कच्चे तेल की कीमत में उछाल को रूस यूक्रेन युद्ध से जोड़कर देखा जा रहा है|