RJD दफ्तर से हटा तेजप्रताप यादव का पोस्टर, लालू पुत्रों में सत्ता के लिए चल रहा संघर्ष?
(पार्टी दफ्तर पर लगे पोस्टर से गायब हुए तेज प्रताप यादव)
जनज्वार। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों पुत्रों तेजस्वी और तेज प्रताप यादव के बीच पोस्टर वार की चर्चा है। दरअसल पार्टी के दफ्तर पर नए पोस्टर लगाए गए हैं जिमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव की तस्वीर है लेकिन तेज प्रताप यादव इससे गायब हैं।
बता दें कि इससे पहले जब रविवार 8 अगस्त को पार्टी के दफ्तर में छात्र ईकाई से जुड़ा एक कार्यक्रम आयोजित हुआ था जिसमें तेजप्रताप यादव मुख्य अतिथि थे। तब पार्टी के दफ्तर के बाहर सिर्फ तेजप्रताप के पोस्टर दिखाई दिए थे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि पार्टी के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
इसको आरएजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव बताते हैं कि दोनों भाईयों के बीच सत्ता के लिए कोई संघर्ष नहीं चल रहा है। रविवार को जो हुआ वह केवल मानवीय भूल थी। तेजप्रताप पहले ही तेजस्वी को भविष्य का मुख्यमंत्री बता चुके हैं।
इससे पहले लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने रविवार को पार्टी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह हिटलर तक कह दिया था और यहां तक कह दिया था कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है।
तेजप्रताप ने कहा कि जगदानंद सिंह हिटलरशाही चला रहे हैं और पार्टी में मनमानी कर रहे हैं। वो कुर्सी को अपनी बपौती समझ रहे हैं। कुर्सी किसी की नहीं होती है, कब किसी कुर्सी चली जाए, कोई ठिकाना नहीं होता है। हम स्वास्थ्य मंत्री थे, हमारी भी कुर्सी गई थी।
तेजप्रताप ने यहां तक कहा कि पहले पार्टी कार्यालय का नजारा ये होता था कि सारे दरवाजे खुले रहते थे। लोग आराम से आते-जाते थे लेकिन जबसे नए प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, सिस्टम ही कुछ बदल गया है। हम हैं कि सभी को एक ही सिस्टम में ले जाना चाहते हैं, इसलिए हमने भी आना-जाना शुरू कर दिया है। हमें नियम कानून से कोई फर्क नहीं पड़ता है। पार्टी में ऐसा नहीं होना चाहिए।