Tejasvi Surya 'Ghar Wapsi': BJP MP तेजस्वी सूर्या ने पहले मुसलमानों के खिलाफ उगला ज़हर, अब बयान लेना पड़ा वापस
Tejasvi Surya 'Ghar Wapsi': BJP MP तेजस्वी सूर्या ने पहले मुसलमानों के खिलाफ उगला ज़हर, अब बयान लेना पड़ा वापस
Tejasvi Surya Withdraws 'Ghar Wapsi' Comment: भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने 'घर वापसी' वाले अपने बयान पर खेद जताया है. साथ ही बैंगलोर दक्षिण से सांसद तेजस्वी सूर्या ने उडुपी के कृष्ण मठ में आयोजित कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान दिए गए बयान को बिना शर्त वापस लेने की घोषणा की है. सोमवार को भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने ट्वीट कर कहा कि उनके भाषण में शामिल कुछ बयानों ने खेदजनक रूप से एक विवाद पैदा कर दिया है. इसलिए वह बिना शर्त बयान वापस लेते हैं. असल में सूर्या के बयान के बाद से ही राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. विपक्षी राजनीति दल सूर्या के बयान को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे.
#WATCH Only option left for Hindus is to reconvert all those people who've gone out of the Hindu fold...those who've left their mother religion must be brought back.. My request is that every temple,mutt should've yearly targets for this:BJP MP Tejasvi Surya at an event on 25 Dec pic.twitter.com/8drw0lfKAh
— ANI (@ANI) December 27, 2021
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने उडुपी कृष्ण मठ में आयोजित 'भारत में हिंदू पुनरुद्धार' कार्यक्रम में भाषण के दौरान हिंदू धर्म छोड़कर जा चुके लोगों की घर वापसी कराने को लेकर बयान दिया था. उन्होंने 25 दिसंबर को अपने गृह राज्य कर्नाटक में आयोजित कार्यक्रम में भाषण देते हुए कहा था कि हिंदुओं के पास एक ही विकल्प है कि वे धर्म छोड़कर गए सभी लोगों की घर वापसी कराएं. कार्यक्रम में तेजस्वी सूर्या ने अपने भाषण में कहा था कि अपने मातृ धर्म को छोड़कर जाने वाले लोगों को वापस लाया जाना चाहिए.
At a program held in Udupi Sri Krishna Mutt two days ago, I spoke on the subject of 'Hindu Revival in Bharat'.Certain statements from my speech has regrettably created an avoidable controversy. I therefore unconditionally withdraw the statements.— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) December 27, 2021
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने आग्रह करते हुए कहा था कि हर मंदिर और मठ को इसके लिए टारगेट तय करना चाहिए. इस संदर्भ में उन्होंने आगे कहा था कि चाहे जबरन या फिर धोखे से, लालच से या फिर चोरी से, जिन्हें हिंदू धर्म से अलग किया गया है, उन्हें वापस लाना जरूरी है. उन्होंने कहा था कि इसके अलावा कोई समाधान नहीं हो सकता है, साथ ही उन्होंने कहा था कि ईसाई और इस्लाम केवल धर्म नहीं हैं. उन्होंने कहा था कि यह राजनीतिक साम्राज्यवादी विचारधाराएं हैं, और हिंदुओं को इसे समझना चाहिए.