'Tek Fog App के जरिए महिला पत्रकारों को निशाना बना रही है भाजपा', कांग्रेस की सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने की अपील
'Tek Fog App के जरिए महिला पत्रकारों को निशाना बना रही है भाजपा'
Tek Fog App : कांग्रेस ने टेक फॉग ऐप को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। कांग्रेस (Congress) ने कहा है कि भाजपा (BJP) इंटरनेट पर टेक फॉग ऐप के जरिए समुदाय विशेष तथा महिलाओं, खासतौर पर महिला पत्रकारों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर उन्हें निसाना बना रही है और नफरत फैलाने का काम कर रही है।
खबरों के मुताबिक टेक फॉग ऐप (Tek Fog App) का इस्तेमाल कथित तौर पर दक्षिणपंथी प्रोपगैंडा को फैलाने के लिए किया जाता है। कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस ऐप के जरिए सोशल मीडिया, व्हाट्सएप व ट्विटर आदि के जरिए समुदाय विशेष के खिलाफ दुष्प्रचार होता है और महिला व महिला पत्रकारों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की जाती है।
श्रीनेत ने कहा कि इस ऐप पर कई लोग टिप्पणी करते हैं लेकिन सबकी भाषा एक ही जैसी होती है। कांग्रसे प्रवक्ता ने केंद्र सरकार से इस बारे में चुप्पी तोड़ने की मांग की और कहा कि जब एक प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी ने इस ऐप की खतरनाक भूमिका का खुलासा कर दिया है तो सरकार को सामने आना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि वह जानती हैं कि इस बारे में सरकार कुछ नहीं करेगी इसलिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले को स्वत: संज्ञान लेने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि इस ऐप को भाजपा संरक्षण प्राप्त है और भाजपा आईटी सेल के प्रमुख देबांग दबे इसको चला रहे हैं। उनका कहना है कि ऐप के संचालन में सर्वर का पता लगाना मुश्किल काम होता है क्योंकि यह विभिन्न सर्वरों के लिए संचालित किया जाता है। लॉकडाउन के समय जब मजदूर चिलचिलाती धूप में पैदल अपने घरों को जा रहे थे तो उस समय इसी ऐफ का जमकर इस्तेमाल हुआ था।
वहीं तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भी टेक फॉग ऐप नामके ऐप पर चर्चा के लिए गुरुवार को गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने कहा कि इस मामले के गंभीर प्रभाव देखने को मिल सकते हैं और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा बाधित हो सकती है।
डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि यह ऐप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नैरेटिव में हेराफेरी करने के लिए एनक्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेफॉर्म को हाईजैक करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि टेक फॉग जैसे मैनुपुलेटिव तकनीक के इस्तेमाल से राष्ट्र और नागरिकों की सुरक्षा को गंभीर खतरा है और यह निजता व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। पत्र में उन्होंने आगे कहा कि यह सार्वजनिक चर्चा का शोषण करने जैसा है और देश के लोकतंत्र और सुरक्षा के लिए खतरनाक है।
बता दें कि द वायर ने छह जनवरी को प्रकाशित अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि उसने दो साल तक पड़ताल करने के बाद कुछ स्त्रोतों की मदद से एक गोपनीय ऐप टेक फॉग का खुलासा किया है जिसका इस्तेमाल सत्ताधारी दल से संबद्ध राजनीतिक लोगों द्वारा कृत्रिम रूप से पार्टी की लोकप्रियता बढ़ाने, इसके आलोचकों को प्रताड़ित करने और सभी प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बड़े पैमाने पर जनधारणाओं को एक ओर मोड़ने के लिए किया जाता है।