UP Election 2022 : अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने क्यों कहा कुछ बड़ा होने वाला है, सिर्फ 7 दिन और करें इंतजार
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हर स्तर पर सरगर्मी तेज हो गई है। जहां एक तरफ बड़े सियासी दल प्रदेश के छोटे दलों के साथ गठबंधन को अंतिम रूप देने में लगे हैं वहीं सभी अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ सियासी तीर भी लगातार चला रहे हैं। वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ( Akhilesh yadav ) के चाचा शिवपाल यादव ( Shivpal Yadav ) ने कहा है कि कुछ बड़ा होने वाला है। आप लोग सिर्फ 7 दिनों का और इंतजार करें। बता दें कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के रिश्तों में थोड़ी नरमी आई है। शिवपाल यादव भी सपा के साथ गठबंधन करने की इच्छा जता चुके हैं।
अब हमारे पास ज्यादा समय नहीं है
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 ( UP Election 2022 ) को लेकर पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान जब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव से सवाल पूछा गया कि जिस गठबंधन की बात चल रही है क्या उससे अलग दूसरे गठबंधन पर भी विचार किया जा रहा है। तो उन्होंने कहा कि एक हफ्ते इंतजार और कर लो। इसके बाद उनसे जब यह पूछा गया कि इसका मतलब कि एक हफ्ते के बाद कुछ धमाका होगा। इसपर शिवपाल यादव ने कहा कि जो भी होना है, एक हफ्ते में हो जाएगा। अब समय नहीं बचा है। जब शिवपाल यादव से यह पूछा गया कि यूपी में ओवैसी के आने से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को कितना फर्क पड़ेगा। तो उन्होंने कहा कि हम ये नहीं बता सकते हैं। हम ज्योतिषी नहीं हैं। ज्योतिषी होते तो हम जरुर बता देते।
भतीजे से की है 100 सीटों की मांग
दरअसल, पिछले कुछ समय से शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के रिश्तों में नरमी आई है। शिवपाल यादव भी सपा के साथ गठबंधन करने को इच्छुक हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि हमारी प्राथमिकता है कि हम सपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाएं। उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया है कि स्वाभिमान से किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा। शिवपाल यादव ने अपने भतीजे अखिलेश यादव के सामने 100 सीटों की शर्त भी रख दी है।
अखिलेश ने नहीं खोल हैं अपने पत्ते
नेता यानि मुलायम सिंह यादव के जन्मदिवस पर सैफई में आयोजित कार्यक्रम में शिवपाल यादव ने कहा था कि पूरा राज्य दोनों पार्टियों को साथ मिलकर चुनाव लड़ते हुए देखना चाहता है। हम चाहते हैं कि जो भी फैसला हो वो जल्दी किया जाए। हम चाहते हैं कि अखिलेश यादव कैसे भी मुख्यमंत्री बन जाएं। हमने तो उनसे सिर्फ 100 सीटें देने को कहा है। हम मिलकर चुनाव लड़ लेंगे। हालांकि अखिलेश यादव ने अभी तक इसको लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। लेकिन उन्होंने कई बार मंच से कहा है कि चाचा का पूरा सम्मान होगा।