अनाथ लड़की ने दूसरे धर्म के युवक से की शादी तो रिश्तेदारों ने पहले बुरी तरह पीटा, फिर सिर मुंडवा गांव में घुमाया
जनज्वार। जिस अनाथ लड़की की परवरिश में रिश्तेदारों ने तिनके भर की मदद नहीं दी, वह उसके बालिग होने के बावजूद अपनी मर्जी से दूसरे धर्म के लड़के से प्रेम विवाह करने पर इतना आहत हो गये कि उसके साथ सारी अमानवीयता की हदें पार कर डालीं।
जी हां, ऐसा ही मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से, जहां एक मुस्लिम अनाथ लड़की ने हिंदू लड़के से 20 जून को एक धार्मिक स्थल पर प्रेम विवाह किया था। जानकारी के मुताबिक बाराबंकी जिले के फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में बालिग अनाथ युवती ने जब हिंदू लड़की से प्रेम विवाह किया तो इस शादी से युवती के चाचा और अन्य रिश्तेदार इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने सोमवार 21 जून की सुबह लड़की को पहले तो उसके ससुराल जाकर खूब मारा-पीटा और फिर सिर मुंडवाकर गांव में घुमा डाला।
देखते ही देखते मुस्लिम युवती के साथ रिश्तेदारों द्वारा किये गये इस अमानवीय कृत्य की खबर पूरे इलाके में फैल गयी और किसी ने घटना की सूचना पुलिस को भी दी। गांव पहुंची पुलिस युवती को कोतवाली ले गयी और घटना में शामिल युवती के सगे और चचेरे चाचा और चचेरे भाई को गिरफ्तार किया। पीड़िता शिकायत पर इन तीनों के अलावा पांच अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
ग्रामीणों से मिली सूचना के मुताबिक फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में मिथुन नाम का युवक मजदूरी करता था। वह भी युवती की तरह अनाथ था और अपने गांव के बाहर एक जर्जर कमरे में किसी तरह रहता था। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी थी। उसके कमरे से कुछ ही दूरी पर बनी एक झोपड़ी में अपने मां-बाप की मौत के बाद मुस्लिम युवती अपनी दादी के साथ रहती थी। दोनों के बीच लगाव बढ़ा और एक दूसरे से दोनों प्यार करने लगे। इस प्यार को नया नाम देने के लिए रविवार 20 जून की सुबह गांव के ही एक धार्मिक स्थल पर मिथुन ने युवती के साथ शादी कर ली। शादी के बाद दोनों अपने घर चले गये, मगर असली ड्रामा तब शुरू हुआ, जब युवती के कथित रिश्तेदारों को इस शादी की भनक लगी। कभी युवती की परवरिश में चवन्नी भर की भी मदद न करने वाले रिश्तेदारों को अचानक इज्जत याद आ गयी। उन्हें लगा कि युवती ने तो उनकी नाक कटवा दी है दूसरे धर्म के युवक से शादी करके।
अपनी पसंद के दूसरे धर्म के लड़के से लड़की का विवाह करना उसके चाचा और चचेरे भाइयों को इतना अखर गया कि उन्होंने युवक के गैरमौजूदगी में वहां पहुंचकर पहले तो युवती को बुरी तरह पीटा और इतने पर भी मन नहीं भरा तो उसका सर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाया।
सोमवार 21 जून की सुबह सुबह 8 बजे ही लड़की के रिश्तेदार उसके घर पर धमक गये और मिथुन की गैरमौजूदगी में उसके साथ अमानवीयता की हदें पार करते हुए घसीटकर अपने साथ ले आये। थाने में दी गई तहरीर में लड़की ने बताया कि सोमवार 21 जून को उसके चाचा रिजवान पुत्र अली हुसैन, नूर आलम, मो. शब्बीर, समी मुझे अपने घर से जबरन बुला लाए और चाचा रिजवान की पत्नी नजीरा, शबनम और मो. यूनुस समेत कई लोगों ने लात-घूंसे, चप्पल और डंडों से मारा पीटा।
पीड़िता के मुताबिक, उसके रिश्तेदारों ने पहले उसके सिर के बाल काटे और फिर पूरे सिर के बाल छील दिए। उसके रिश्तेदार उसे भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे थे। रिजवान कह रहा था इसे जिंदा छोड़ना ठीक नहीं होगा, मगर वह किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग कर आई।
पीड़ित युवती की तहरीर पर पुलिस ने आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम, महामारी अधिनियम के अलावा विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है, जिसमें युवती के चाचा रिजवान के अलावा नूर आलम, मो. शब्बीर, समी, नजीरा, शब्बीर की पत्नी नाम अज्ञात, शबनम व मो. यूनुस को नामजद किया है। अभी तक पुलिस ने इनमें से रिजवान, नूरआलम व शब्बीर को गिरफ्तार कर लिया है।