श्रद्धा के आरोपी आफताब को सही ठहराने वाला फर्जी मुसलमान गिरफ्तार, बोला - जेल में हो सकती है मेरी हत्या
श्रद्धा के आरोपी आफताब को सही ठहराने वाला फर्जी मुसलमान गिरफ्तार, बोला - जेल में हो सकती है मेरी हत्या
Bulandshahr News : एक तरफ श्रद्धा वालकर ( Shraddha walker ) की हत्या के जुर्म का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ( Aaftbal Ameen Poonawala ) नार्को टेस्ट का सामना कर रहा है तो दूसरी तरफ यूपी के बुलदंशहर पुलिस ( Bulandshahar Police ) ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है जिसने आफताब ( UP man arrested for supporting Aaftab Poonwala ) के पाप को सही ठहराया था। दिल्ली में विकास कुमार ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा था कि उसका नाम राशिद खान है। जबकि वह पैदाइशी मुसलमान है। बचपन से सभी लोग उसे विकास के नाम से जानते हैं।
श्रद्धा की हत्या ( Shraddha walker murder ) को सही ठहराने वाले विकास कुमार उर्फ राशिद खान को यूपी के बुलंदशहर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खुद की गिरफ्तारी के बाद विकास कुमार ने कहा कि उसे नहीं पता था कि इस पर इतना बवाल होगा। वरना वो ऐसा नहीं करता। विकास ( Vikas Kumar ) ने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर ( Shraddha walker murder ) की बेरहमी से हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ( Aaftbal Ameen Poonawala ) का समर्थन करते हुए कहा था कि ऐसी चीजें गुस्से में होती हैं। सिर्फ 35 नहीं, श्रद्धा के 36 टुकड़े भी हो सकते थे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह भी ऐसा कर सकता है, उसने कहा था कि लोग गुस्से में ऐसा करते हैं और यह कोई बड़ी बात नहीं है।
मुझे इस बात का डर सता रहा है
इस मामले में बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि विकास का आपराधिक रिकॉर्ड है, उसके खिलाफ बुलंदशहर और नोएडा में चोरी और अवैध हथियार रखने के मामले दर्ज हैं। गिरफ्तारी के बाद उसने कहा कि उसे नहीं पता था कि इस पर इतना बवाल होगा, वरना वो ऐसा नहीं करता। जब उससे पूछा गया कि क्या उसे अपने किए पर पछतावा है, तो उसने कहा मुझे डर है कि मुझे यहां या जेल में मार दिया जाएगा।
बता दें कि महाराष्ट्र पालघर निवासी श्रद्धा वालकर ( Shraddha walker ) और आफताब पूनावाला लिव-इन-रिलेशनशिप में रहते थे। मुंबई से दिल्ली शिफ्ट होने के कुछ दिन बाद ही दोनों का आपस में झगड़ा हुआ। इस दौरान आफताब ने श्रद्धा का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसके शव के 35 टुकड़े करके कई दिन तक घर के फ्रीज में रखा। फिर इन टुकड़ों को 18 दिनों में दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में फेंक दिया था। इस मामले का खुलासा छह महीने बाद तब हुआ, जब श्रद्धा के पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। एक दिन पहले आरोपी आफताब का दिल्ली की फॉरेंसिक लैब में पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ।