Pauri Garhwal news : 5 साल के कलेजे के टुकड़े को जबड़े में दबाकर ले गया आदमखोर गुलदार, चिल्लाती रह गई मां
Pauri Garhwal news : राज्य के जनपद पौड़ी गढ़वाल में आदमखोर गुलदारों का आतंक काम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटना पैठाणी के बड़ेथ गांव में कल शाम गुरुवार 28 जुलाई को हुई, जब मां के सामने ही तीन बहनों के इकलौते पांच वर्षीय भाई को झाड़ियों में घात लगाकर बैठा एक गुलदार उठा ले गया। बच्चे को जबड़े में दबाए गुलदार के पीछे मां ने अपने बच्चे को बचाने के चिल्लाते हुए दौड़ भी लगाई, लेकिन तब तक गुलदार अंधेरे का फायदा उठाकर बच्चे को लेकर भाग चुका था। इस घटना के बाद बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया। यह लोमहर्षक घटना कल 28 जुलाई को शाम लगभग 8:00 बजे की है।
मिली जानकारी के अनुसार पौड़ी जिले के पैठाणी ब्लॉक के बड़ेथ गांव के लाल सिंह पुत्र ध्यान सिंह की पत्नी गौशाला में जा रही थी। मां के साथ ही लाल सिंह का पांच साल का बच्चा आर्यन रावत भी पीछे पीछे जा रहा था। इसी बीच अंधेरे में छिपे एक गुलदार ने झपट्टा मारकर आर्यन को अपने जबड़े में दबोच लिया। आर्यन की मां ने गुलदार की पकड़ से अपने बच्चे को बचाने के लिए चिल्लाते हुए उसके पीछे दौड़ भी लगाई, लेकिन गुलदार अंधेरे का लाभ उठाते हुए बच्चे को जबड़े में दबाए मौके से जंगल की ओर भाग निकला।
घटना की जानकारी मिलने पर रात भर ग्रामीणों के द्वारा टॉर्च से बच्चे की खोजबीन की जाती रही, लेकिन धुंध और बिजली ना होने के कारण ग्रामीण भी जंगल में जाने की हिम्मत नहीं उठा पाए। दूसरी ओर घटना के बाद पुलिस और वन विभाग द्वारा भी बच्चे की सर्चिंग की गई लेकिन देर रात तक बच्चे का पता नहीं लगा। शुक्रवार 29 जुलाई की सुबह बच्चे का अधखाया शव घटनास्थल से एक किमी की दूरी पर बरामद किया जा सका। अपने बच्चे का शव देखकर बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
इस घटना के बाद ग्रामीणों में भारी रोष है। ग्रामीणों का आरोप है कि इससे पहले भी तीन अन्य घटनाएं क्षेत्र में हो चुकी हैं। जिसमें कुछ दिनों पहले ही भालू के द्वारा एक महिला को गंभीर घायल किया गया था। इसके कुछ दिनों बाद शादी से घर आ रहे एक वृद्ध पर भी भालू के द्वारा हमला कर घायल करने की घटना हो चुकी है। इस घटना से पहले गुलदार पिछले एक हफ्ते से पैठाणी क्षेत्र में सुबह शाम टहल रहा था, लेकिन उसके बावजूद भी वन विभाग के द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए कोई पिंजरा या कोई जतन नहीं किया गया। इस घटना के बारे में ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली न होने के कारण गुलदार द्वारा अंधेरे का फायदा उठाकर इस घटना को अंजाम दिया गया है। क्षेत्र में यदि बिजली होती तो यह घटना नहीं घटती।