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Khargone Violence : दंगा प्रभावित इलाकों में बेटियों की शादी कराने से कतरा रहे लोग, टूट रहे रिश्ते

Janjwar Desk
17 April 2022 3:08 PM IST
Khargone Violence : दंगा प्रभावित इलाकों में बेटियों की शादी कराने से कतरा रहे लोग, टूट रहे रिश्ते
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Khargone Violence : दंगा प्रभावित इलाकों में बेटियों की शादी कराने से कतरा रहे लोग, टूट रहे रिश्ते

Khargone Violence :संजय नगर के ही शेखर पाटिल जो पेशे से मिस्त्री हैं वे कहते हैं कि दस अप्रैल को हुई हिंसा में उनका घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, अब उनका पूरा परिवार मोतीपुरा में किराए के मकान में रह रहा है...

Khargone Violence : मध्यप्रदेश के खरगोन में एक सप्ताह पहले रामनवमी (Ramnavami) की शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा (Khargone Violence) के बाद स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है लेकिन स्थानीय लोगों को अभी भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल कई परिवार दंगा प्रभावित क्षेत्रों में अपनी बेटियों की शादी (Marriage Cancelled In Khargone) करने से इनकार कर रहे हैं। खरगोन की संजय नगर बस्ती (Sanjay Nagar Basti) के लोग भी हिंसा की मार झेल रहे हैं। भीड़ ने न केवल उनके घरों को जलाकर राख कर दिया बल्कि उनके भविष्य को भी मुश्किलों से भर दिया।

एक स्थानीय व्यक्ति ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा- रामनवमी के दौरान दंगाइयों ने मेरे घर को लूट लिया, मेरे बेटे की शादी कैंसल हो गई, ससुराल वालों ने देखा और कहा कि यहां रहना संभव नहीं है क्योंकि यहां दंगे और पथराव होते हैं। वे कहते हैं कि शादी तभी होगी जब हम कहीं और घर खरीद लेंगे।

एक अन्य स्थानीय ने बताया - रामनवमी के दौरान तालाब चौकर में पथराव हुआ। पड़ोसी के घर में रखी मेरी बहन की शादी की सामग्री हिंसा के दौरान लूट ली गई। मैं दूल्हे के पक्ष के साथ बातचीत कर रहा हूं, इन दंगों के कारण शादी की तारीख बढ़ाऊंगा।

संजय नगर के ही शेखर पाटिल जो पेशे से मिस्त्री हैं वे कहते हैं कि दस अप्रैल को हुई हिंसा में उनका घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। अब उनका पूरा परिवार मोतीपुरा में किराए के मकान में रह रहा है। शेखर बताते हैं कि उनकी सगाई सेगांव की रहने वाली लड़की से हुई थी लेकिन अब ससुराल वाले चिंतित हैं।

शेखर के मुताबिक यहां के माहौल को देखते हुए उन्होंने सगाई तोड़ने का फैसला लिया है। वहीं एक रिश्तेदार का कहना है कि अगर रिश्ते बचाना है तो दूसरे इलाके में चले जाओ तब ही शादी हो सकती है। हालांकि कर्फ्यू में ढील दी गई है, लेकिन फिर भी लोग ये सोचने को मजबूर हैं कि हिंसा प्रभावित इलाके में रहें या कहीं और चले जाएं।

सब्जी विक्रेता राहुल कुमावत कहते हैं कि उनकी और उनकी बहन की शादी तीन मई को होनी है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादियां होनी है। उन्हें उम्मीद है कि यह शादी पूरी हो जाएगी। राहुल के मुताबिक उसने अपने ससुराल वालों से वादा किया है कि वह शादी के बाद दूसरे इलाके में रहने चला जाएगा।

खरगोन हिंसा में घायल शिवम शुक्ला का इलाज इंदौर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। उसके घायल होने के चलते बहन की शादी को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। परिवारवालों का कहना है कि अब उसकी सेहत में सुधार है, उम्मीद है कि वह जल्द ही ठीक हो जाएगा।

कोरोनाकाल के आर्थिक झटके से होटल, बैंड और कैटरर्स, जो बमुश्किल से उबर रहे थे लेकिन हालिया हिंसा के कारण अब वह फिर जूझ रहे हैं। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार व्यापार में उछाल आएगा लेकिन दंगों ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

बता दें कि खरगोन में दस अप्रैल को दंगाइयों ने दस घरों को फूंक डाला था। इस घटना में एसपी समेत कई लोग घायल हुए थे। पुलिस प्रशासन के मुताबिक अब तक 27 मामले दर्ज किए गए हैं। सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राज्य की शिवराज सरकार ने कहा है कि नुकसान की भरपाई दंगाइयों से ही की जाएगी। इसके लिए दो सदस्यीय दावा न्यायाधिकरण का गठन किया गया है।

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