बढ़ती महिला हिंसा और बलात्कार की घटनाओं के खिलाफ मातृ शक्ति ने कसी कमर, 29 सितंबर को रामगनर में होगा हल्लाबोल
रामनगर। महिला एकता मंच द्वारा 29 सितंबर को महिलाओं की सुरक्षा व वास्तविक बराबरी को लेकर रामनगर में आहूत विशाल प्रदर्शन की तैयारी बैठक आज 13 सितंबर को ललितपुर बासीटीला व बक्खल में आयोजित की गई।
बैठक में ललिता रावत ने बताया महिलाओं के साथ हिंसा व बलात्कार की खबरें लगातार सामने आ रही हैं और देश में हर 15 मिनट में एक बलात्कार की घटना सामने आती है। हमारा देश महिलाओं के लिए एक असुरक्षित देश बनता जा रहा है।
समाज में व्याप्त उपभोक्तावादी संस्कृति जो महिलाओं को सिर्फ उपभोग की वस्तु के रूप में प्रस्तुत करता है और महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध में उत्प्रेरक का काम करता है। शहर हो या गांव, मैदान हो या पहाड़, घर हो या बाहर, महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं।
माया नेगी ने कहा कि देश में महिला अपराधों से निपटने के लिए सख्त से सख्त कानून बनाए गए, इसके बावजूद भी महिलाओं के प्रति अपराध कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। महिला अपराधों के मुद्दे पर राजनीतिक दल एक दूसरे को दोषी ठहरा कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। सत्तारूढ़ दल बीजेपी हो या विपक्षी दल कांग्रेस या अन्य क्षेत्रीय दल सभी इस मोर्चे पर नाकाम साबित हुए हैं।
महिलाओं के प्रति जब तक समाज का नजरिया नहीं बदलेगा और उन्हें सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक समानता हासिल नहीं होगी, ऐसे अपराधों को रोकना संभव नहीं है। रश्मि ने कहा लैंगिक समानता को स्कूल कॉलेजों में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाकर युवा पीढ़ी को औरतों के प्रति संवेदनशील बनाने की जरूरत है। साथ ही फिल्मों, विज्ञापन के माध्यम तथा सोशल मीडिया में महिलाओं के अश्लील चित्रण पर सख्ती से रोक लगाने की जरूरत है ।
सरस्वती जोशी ने कहा कि महिलाओं के प्रति समाज को संवेदनशील बनाने के लिए एवं सरकार को जवाबदेह बनाने के लिए 29 सितंबर को रामनगर में आहूत महिला एकता रैली को सफल बनाने के लिए मंच द्वारा क्षेत्र में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है।
बैठक में आरती, धनवती, रजनी रावत, दलजीत कौर, दर्शन कौर, सुमन, चांदनी, शीतल, ऊषा, प्रभा, मुन्नी, कुलदीप कौर, बीना समेत दर्जनों महिलाओं ने भागीदारी की।