(राम लुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय के परिसर में छात्र-छात्राएं)
Pilibhit Crime News : उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत (Pilibhit) में राम लुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय के प्रोफेसर कामरान आलम खान (Kamran Alam Khan) पर छात्राओं से दुष्कर्म करने और सेक्स रैकेट (Sex Racket) चलाने के गंभीर आरोपों की जांच करने के लिए शासन से गठित तइन सदस्यीय टीम शनिवार को महाविद्यालय पहुंची। टीम ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने वाली पीड़िता और अन्य छात्राओं के अलग-अलग बुलाकर बयान लिए।
मौके पर पहुंचे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं और समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड (Samajwadi Party Mulayam Singh Youth Brigade) के कार्यकर्ताओं को देखकर महाविद्यालय प्राचार्य ने गेट बंद कराकर उनका प्रवेश रोक दिया। हंगामे की सूचना पर तत्काल मौके पर पुलिस पहुंची।
शासन से गठित टीम, जिसमें क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी बरेली-मुरादाबाद परिक्षेत्र डॉ. संध्या रानी (अध्यक्ष), राजकीय महिला महाविद्यालय बदायूं की प्राचार्य डॉ. स्मिता जैन (सदस्य), वीरांगना अवंती बाई लोधी राजकीय महिला महाविद्यालय बरेली की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. मनीषा राव (सदस्य) शामिल है, पूर्वान्ह 11 बजे राम लुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय पहुंची। टीम ने महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. दिनेश चंद्र से विस्तृत बातचीत की। टीम ने महाविद्यालय की करीब दर्जनभर छात्रों से अलग-अलग बुलाकर बातचीत की।
पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने वाली पीड़िता को भी बुलवाया गया था। पीड़िता के अलग से बयान दर्ज किए गए। पीड़िता ने महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. कामरान आलम खान द्वारा दुष्कर्म किए जाने और सेक्स रैकेट चलाने की बात कही। महाविद्यालय की तमाम छात्राओं ने पीड़िता की लगाए आरोपों का अपने बयानों में समर्थन और पुष्टि की।
परिजनों ने प्राचार्य को बताया राम रहीम
पीड़ित छात्रा के साथ उसके परिवार वाले भी जांच टीम के सामने पहुंचे। परिजनों ने महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. दिनेश चंद्र को राम रहीम बताते हुए आरोप लगाया कि प्राचार्य की जानकारी में महाविद्यालय में वह सब कुछ हो रहा है, जो डेरा सच्चा सौदा में बाबा राम रहीम करते थे।
छात्राएं बोली- सख्त से सख्त कार्रवाई हो
शनिवार को महाविद्यालय में मौजूद छात्राओं ने जांच टीम ने कहा कि भले ही प्रोफ़ेसर कामरान आलम खान को पुलिस ने जेल भेज दिया है लेकिन वह लोग भयभीत हैं। जो भी लोग शामिल हैं, सभी पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
छात्र नेता बोले- डरना नहीं, हम सब पीड़ित पक्ष के साथ हैं
शासन की जांच टीम आने की सूचना मिलते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आधा दर्जन कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव रिंकू पांडे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। छात्र नेताओं को आया देख महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य ने तत्काल गेट बंद करा दिया। छात्र नेताओं ने बयान दे रही छात्राओं के साफ संदेश दिया कि बिल्कुल भी डरने की आवश्यकता नहीं है, सभी छात्र संगठन उनके साथ खड़े हैं।
शासन की जांच टीम पर उठीं उंगलियां
समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव रिंकू पांडे ने जांच टीम पर ही सवाल खड़े कर दिए। कहा कि तीन सदस्यीय टीम में जो सदस्य हैं, वह निष्पक्ष नहीं है क्योंकि दुष्कर्म और सेक्स रैकेट चलाने का आरोपी प्रोफेसर कामरान आलम खान बरेली के महाविद्यालय में पहले तैनात था। उस कॉलेज की प्राचार्य की जांच टीम में शामिल हैं, जिनसे आरोपी प्रोफेसर कामरान आलम खान की घनिष्ठता है। ऐसे में इस जांच टीम से निष्पक्ष जांच करने की अपेक्षा करना व्यर्थ है।
मीडिया को भी जांच टीम से मिलने से रोका
राम लुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय के प्रोफेसर कामरान आलम खान पर छात्राओं से दुष्कर्म करने और सेक्स रैकेट चलाने के गंभीर आरोपों की जांच करने के लिए शासन की टीम आने की सूचना पाकर इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के करीब एक दर्जन पत्रकार जब महाविद्यालय पहुंचे तो उनको देखते ही महाविद्यालय का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। काफी देर तक मीडिया बाहर खड़ा रहा। काफी जद्दोजहद के बाद मीडिया को महाविद्यालय परिसर में प्रवेश मिला लेकिन मुख्य भवन के द्वार के चैनल गेट को फिर भी बंद रखा गया।
अभी तक निलंबित नहीं जेल में बंद प्रोफेसर
महाविद्यालय के प्रोफेसर कामरान आलम खान 27 नवंबर से आईपीसी की धारा 294, 376, 506 के तहत न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार में निरुद्ध है लेकिन अब तक शासन ने विभागीय कार्रवाई करते हुए निलंबित नहीं किया। छात्राओं का आरोप है कि मामले में लीपापोती करने का प्रयास किया जा रहा है। नियमानुसार किसी भी सरकारी कर्मचारी को 24 घंटे से अधिक समय तक जेल में रहने पर निलंबित कर दिया जाता है।
क्या है पूरा मामला
दर्ज रिपोर्ट में छात्रा ने कहा कि वह राम लुभाई साहनी महाविद्यालय में बीएससी (जेडबीसी) की द्वितीय वर्ष की छात्रा है। विद्यालय के गणित के प्रोफेसर कामरान आलम खान एक अय्याश किस्म है जिसका व्यवहार ठीक नहीं है। विद्यालय में भोली भाली लड़कियों को बरगला कर धूम्रपान, नशीले पदार्थों का उपयोग कराने का दबाव बनाया जाता है। बच्चों को टीचर द्वारा अश्लील बुक्स, सेक्सुअल ट्वायज देकर अश्लीलता पर मजबूर किया जाता है। विद्यालय की छात्राओं को कामरान आलम खान अपने निजी आवास मोहल्ला बड़ा खुदागंज में (पेंटाकोस्टल चर्च के सामने) पर बुलाकर अश्लील हरकत कर गलत संबंध बनाने को मजबूर कर देता है।
छात्राओं का आरोप है कि प्रोफेसर कामरान महाविद्यालय की काफी लड़कियों के साथ गलत संबंध बना चुका है। विद्यालय की सैकड़ों लड़कियों के साथ रिलेशन बनाए गए हैं और अश्लीलता की हद तक धकेला गया है। दर्ज रिपोर्ट में छात्रा ने कहा कि उसके साथ भी कामरान आलम खान द्वारा जालसाजी से घर बुलाकर धोखे से दबाव बनाकर जबरन सेक्स किया गया। प्रोफेसर ने कहा कि मुझे काला जादू आता है। मैं तुम लोगों का दिमाग कंट्रोल कर लेता हूं। यह सुनकर मैं डर गई। मैंने कहीं जिक्र नहीं किया।
'बाद में मुझे यह भी कहा गया कि यदि किसी से राज खोला तो मैं तुम्हें विद्यालय से निकलवा दूंगा। मेरी विद्यालय के प्राचार्य दिनेश चंद्र से काफी घनिष्ठता है और उन्हें इस सारे कांड की जानकारी देता हूं और शामिल भी करता हूं। मेरा कुछ नहीं हो सकता है। प्रोफ़ेसर ने यह भी कहा और उसकी पत्नी शिप्रा आलम खान ने भी बताया और कहा कि उसके अंडरवर्ल्ड से कांटेक्ट हैं। वह कहीं से भी किसी को भी उठवा सकती है।'
छात्रा ने दर्ज रिपोर्ट में कहा कि उसे प्रोफेसर ने यह भी धमकी दी कि तुम्हारे परिवार के साथ कुछ भी करवा सकता हूं। पीड़ित छात्रा ने यह भी खुलासा किया कि विद्यालय की कुछ लड़कियां, प्रोफेसर का साथ दे रही हैं और प्रोफेसर उनसे जो चाहता है, वह अपने पक्ष में कहलवा लेता है। महाविद्यालय के प्राचार्य भी प्रोफेसर कामरान से मिले हुए हैं, जिनकी शह पर महाविद्यालय में सेक्स रैकेट चल रहा है।