Shahjahanpur news : 7वीं संतान भी बेटी जन्मी तो हिन्दू दंपती ने निःसंतान मुस्लिम परिवार को दे दी, बेटे की चाहत नहीं हो पायी पूरी
7वीं संतान भी बेटी जन्मी तो हिन्दू दंपती ने निःसंतान मुस्लिम परिवार को दे दी, बेटे की चाहत नहीं हो पायी पूरी
Shahjahanpur news : केंद्र और प्रदेश सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है। बेटियों के लिए तमाम योजनाएं भी चलाई गयी हैं। वहीं बेटियां हर क्षेत्र में दमखम भी दिखा रही हैं, मगर दूसरी तरफ बेटे की चाहत में एक हिन्दू दंपती ने सात बेटियों को जन्म दे डाला। अब इस उम्मीद में कि बेटी का पालन.पोषण ठीक तरह से हो, मुस्लिम परिवार को नवजात बच्ची को गोद दे दिया।
जानकारी के मुताबिक शाहजहांपुर के निगोही थानाक्षेत्र के गांव तिलोका निवासी रमाकांत की पत्नी संगीता देवी ने बुधवार 7 सितंबर को एक बच्ची को सीएचसी में जन्म दिया था। इस दंपती की पहले से 5 बेटियां हैं, इसलिए बच्ची का जन्म उनके लिए खुशियां लेकर नहीं आया, बल्कि अच्छी परवरिश की चिंता उन्हें सताने लगी। एक बेटी की मृत्यु हो चुकी है। बच्ची की बेहतर परवरिश और जिम्मेदारी से मुक्ति के लिए हिन्दू दंपती ने गांव के ही नईम अहमद और उनकी पत्नी शाहजिया को बच्ची गोद दे दी। यह मुस्लिम परिवार निसंतान था, काफी समय से बच्चों की किल्कारियों की उम्मीद कर रहे इस परिवार के लिए बेटी किसी वरदान से कम नहीं थी।
रमाकांत ने कागजी लिखा पढ़ी में अपनी नवजात बच्ची को मुस्लिम परिवार को गोद दे दिया है। रमाकांत कहते हैं, उनकी यह सातवीं बेटी है। एक बेटी की मृत्यु हो चुकी है। सबसे बड़ी बेटी खुशबू 14 साल तथा सबसे छोटी नन्ही की उम्र दो वर्ष है। रमाकांत ने बताया कि उसकी व पत्नी की इच्छा थी कि बेटे का जन्म हो, लेकिन इस बार भी बेटी पैदा हुई। उसके पास पांच बीघा भूमि ही है। उसी से गुजर बसर करता है, जिससे 5 बेटियों का खर्च उठाना मुश्किल पड़ रहा था, इसलिए बच्ची की बेहतर परवरिश के लिए हमने उसे नईम और शाहजिया को गोद दे दिया है।
दंपती ने मुस्लिम परिवार से निभाया वादा पूरा किया
रमाकांत ने इस बेटी का पालन अच्छे से हो सके, इसलिए गांव के निसंतान नईम व शाहजिया को बेटी गोद दे दिया है। शाहजिया ब्यूटी पार्लर चलाती है जो बच्ची को पाकर खुश है। शाहजिया की छह साल पहले शादी हुई थी मगर उनकी कोई संतान नहीं हुई। वह दो सालों से किसी बच्चे को गोद लेने की कोशिश कर रहे थे। पहले से ही 5 बेटियों की मां संगीता ने जब फिर से बेटी को जन्म दिया तो उन्होंने उसे शाहजिया को गोद दे दिया।
कोर्ट द्वारा पूरी करेंगे गोद लेने की प्रक्रिया
संगीता गर्भावस्था के दौरान ही कह रही थी कि अगर इस बार भी उनकी बेटी हुई तो वह उसे किसी को गोद दे देंगी। नवजात बच्ची को पाकर फूले नहीं समा रहे नईम कहते हैं, हम न्यायालय में जाकर कानूनी रूप से बच्ची को गोद लेने की प्रक्रिया पूरी करेंगे।
वहीं इस बारे में थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार कहते हैं, यह अच्छा कार्य हुआ है। इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।