Vidisha News : गरीब आदिवासी को महामहिम की मेहमान नवाजी पड़ी भारी, 14 हजार रुपये चुकाने का फरमान
(24 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूबाई पटेल ने घाटखेड़ी के बुद्धराम के घर का काटा था फीता)
Vidisha News : मध्यप्रदेश के एक गरीब आदिवासी परिवार को राज्यपाल (Governor Of Madhya Pradesh) की आवाभगत करना भारी पड़ गया। दरअसल विदिशा (Vidisha) जिले के घाटखेड़ी गांव में आदिवासी बुद्ध राम (Buddha Ram) का परिवार रहता है। उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhanmantri Awas Yojana) के तहत मकान मिला। अगस्त में राज्यपाल ने उनके घर पहुंचकर उन्हें चाबी सौंपी, वहां खाना खाया लेकिन अब अब ये वीआईपी दौरा बुद्धराम को बहुत महंगा पड़ रहा है।
खबरों के मुताबिक 24 अक्टूबर को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के राज्यपाल मंगूबाई पटेल ने घाटखेड़ी के बुद्धराम के घर का फीता काटा। उन्हें ये घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिला था। उन्होंने वहीं खाना भी खाया, महामहिम आए थे तो दिखावे का दस्तूर निभाया गया। घर में पंखा, भारी-भरकम गेट लगवाया गया लेकिन अगले ही दिन पंखा निकाल लिया गया। गेट के प्लाइबोर्ड के दरवाजे के लिए अब 14000 रुपये मांगे जा रहे हैं।
बुद्धराम का कहना है कि अफसर आए थे। उन्होंने कहा था कि कुटी में काना खाएंगे, मजदूर भी लगाए जो आए थे। श्रीमान राज्यपाल जी ने खाना खाया, पंखा लगा दिया। बाद में सरपंच साहब बोले पंखा हमारा है। गेट लगवा दिया सरपंच साहब बोले सेठ के पास चले जाओ गेट लगवा लो। सेठजी ने सरपंच से कहा पैसे नहीं आए मेरे पास पैसा नहीं है। मुझे पता रहता इतने का गेट है तो मैं नहीं लगवाता।
मप्र के @GovernorMP ने घाटखेड़ी के बुद्धराम आदिवासी के घर का फीता काटा जो उन्हें @PMAYUrban में मिला वहीं खाना खाया महामहिम आए सो पंखा भारी-भरकम गेट लगवाया गया लेकिन ये आवभगत भारी पड़ी पंखा निकल गया, गेट के प्लाइबोर्ड के दरवाजे के लिये 14000 मांगे जा रहे हैं @ndtvindia pic.twitter.com/c88Nq3V65W
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) December 24, 2021
उनकी रिश्तेदार गोपीबाई ने कहा कि राज्यपाल साहब आए, कर्जा में करवा गए। गेट लगवाए मेहनत करके पूर्ति करेंगे, पंखा भी निकाल ले गए क्या सुविधा मिली कुछ नहीं। बुद्धराम के घर में दो योजनाओं का हाल दिख गया, उज्जवला का गैस सिलेंडर और चूल्हा भी उसी दिन मिला था जिस दिन राज्यपाल आए थे लेकिन उसका उपयोग भी नहीं हो रहा है। बुद्धराम अकेले छह सदस्यों के परिवार को चला रहे हैं। दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। अब भी अपने पुराने टपरे में ही रहते हैं क्योंकि घर बाहर से पूरा और अंदर से अधूरा है।
वहीं इस मामले को लेकर कांग्रेस (Congress) ने हमला बोलते हुए कहा कि दिखावे के लिए सरकार ऐसे काम करती है जिसका खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ता है।
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। ऐसा कोई घटनाक्रम हुआ है तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। महामहिम राज्यपाल ने कुछ कहा है, कहीं गए हैं तो उनके सम्मान का पूरा ध्यान रखा जाएगा। यह महामहिम के गरिमा के खिलाफ है, इसलिए हम गलत मानते हैं, कार्रवाई करेंगे।