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Pilibhit News: पीलीभीत शहर सीट से सपा का टिकट मांग रहे आजम मीर की इस मामले में गिरफ्तारी का हुआ आदेश...
(सपा मुखिया के साथ आजम मीर बगल में गिरफ्तारी वारंट)
पीलीभीत से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट
Pilibhit News : उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से शहर विधानसभा सीट पर टिकट की प्रबल दावेदारी कर रहे आजम मीर खां (Azam Meer Khan) का अलीगढ़ के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (CJM) की अदालत ने हत्या के प्रयास के विचाराधीन मुकदमे में गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। एन चुनाव के वक्त अदालत की इस कार्रवाई से आजम मीर खां की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। अलीगढ़ सीजेएम न्यायालय की कार्रवाई से बचने के लिए आनन-फानन अब सपा नेता सर्वोच्च न्यायालय से स्थगन आदेश लेने की तैयारी में जुट गए हैं।
अलीगढ़ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत की तरफ से पुलिस को भेजे गिरफ्तारी वारंट में मुकदमा संख्या 5727/2021 के तहत मुख्तार जैदी आदि पर धारा 147/342/323/307/506 में थाना सिविल लाइन, अलीगढ़ में बतौर अभियुक्त आजम मीर खान को गिरफ्तार कर 12 दिसंबर को अदालत में पेश करने के लिए कहा गया है। बता दे कि, मूलतः पीलीभीत के रहने वाले आजम मीर खां की उच्च शिक्षा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुई है।
उन्होंने पीलीभीत के अलावा अलीगढ़ में भी घर बना रखा है। वह दोनों ही जगह राजनीति में सक्रिय रहते हैं। आजम मीर खां शहर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी से टिकट की प्रबल दावेदारी कर रहे हैं। इस समय शहर के तमाम चौराहे हाईवे व प्रमुख स्थान आजम मीर खां के संभावित सपा प्रत्याशी के रूप में होर्डिंग और बैनर से पटे हुए हैं।
क्या है पूरा मामला?
अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन स्थित जोहरा बाग निवासी मुंसिफ हुसैन की ओर से दर्ज रिपोर्ट में कहा गया कि उसकी पत्नी सुल्तान जहीर से मुकदमे बाजी चल रही है, जिसके बाबत दीवानी न्यायालय अलीगढ़ के समझौता केंद्र में दोनों पक्षों को वार्ता हेतु बुलाया जाता है। मगर उसकी पत्नी अपने साथ बाहरी लोगों को लेकर आती है तथा उस पर नाजायज रूप से धमकी डलवाती है और कहती है कि जैसे वह चाहती है, वैसे ही फैसला करो। 8 मार्च 2020 को समय करीब 1:30 बजे दिन के उसे मुख्तार जैदी व ससुर मोहम्मद जहीर ने फैसले हेतु बैतुससालात अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बुलाया।
जब वह वहां पर पहुंचा तो पहले से ही इनके अलावा इमरान जैदी, इफ्तखार जैदी, आजम मीर खां, अफसर उस्मानी तथा 10-20 अज्ञात लोग और भी थे। यह सभी लोग अपराधिक प्रवृत्ति के हैं। पूर्व में भी कई लोगों को बंधक बनाकर मारपीट कर चुके हैं। इन सभी लोगों ने मुंसिफ हुसैन को कमरे में बंधक बनाकर मारपीट की। इन लोगों ने मुंसिफ से कहा कि जैसा सुल्तान जहीर चाहती है वैसा ही कर।
जब मुंसिफ हुसैन ने कहा कि आप लोग ठीक प्रकार से समझौता करा दें तो इस पर सभी लोगों ने पुनः मुंसिफ हुसैन को जमीन पर गिरा कर लातों से मारा पीटा। गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। सभी लोगों ने कहा कि जैसे सुल्तान जहीर चाहती है, वैसा ही उसे फैसला करना पड़ेगा और ऐसा नहीं किया तो उसे जान से मार देंगे। दर्ज रिपोर्ट में कहा गया कि वादी इस घटना से अत्यधिक आहत है। वादी को इन सभी लोगों से जान का खतरा है और यह लोग उसकी हत्या भी कर सकते हैं।
पुलिस की क्लीनचिट पर न्यायालय का संज्ञान
मुंसिफ हुसैन की ओर से अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन में दर्ज कराई गई रिपोर्ट की विवेचना की गई। विवेचक ने अदालत में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी जिसमें कहा गया कि सभी साक्षी गणों के बयान के उपरांत कोई भी घटना होना नहीं पाया गया। अपना अंतिम आख्या मय जुर्म खारिजा समाप्त की गई। पुलिस की विवेचना का परीक्षण करने के बाद न्यायालय ने स्वतः मामले को संज्ञान ले लिया। न्यायालय ने मुकदमे के सभी अभियुक्तों को तलब करने का सम्मन जारी कर दिया।
पीस पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं आजम मीर
समाजवादी पार्टी के नेता आजम मीर खां वर्ष 2012 में पीस पार्टी के टिकट पर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उनको मात्र 30,000 वोट पाकर सपा के कद्दावर नेता हाजी रियाज अहमद के हाथों पराजय का मुंह देखना पड़ा था। इस बार फिर चुनाव नजदीक आता देख उन्होंने पिछले महीने पार्टी बदल ली और लखनऊ जाकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। वर्तमान में वह समाजवादी पार्टी से शहर सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।