Video: पीलीभीत के इस सरदार ने खोल दी भाजपा के विज्ञापनी रामराज्य की पोल, वरूण गांधी ने भी साधा निशाना
Video: सुना आपने ये विज्ञापन की ड्रामेबाजी। योगी आ जाएगा। घपले घोटाले से पहले ही बुलडोजर सीधा पीठ के पीछे खड़ा हो रहा है। ड्राइवर साहब खुद कह रहे, माल पूरा रखना नहीं तो..ठेकेदार कहता है, नहीं तो क्या? और तभी पीछे बुलडोजर खड़ा है। बुलडोजर माने CM योगी की पहचान..बाद में कह रहे भाजपा ने कर दिखाया। इसके बाद का प्रचार हमने एडिट करके कटवा दिया है। काहे से हम नेतागिरी के विज्ञापन नहीं दिखाते।
शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह सड़क पीलीभीत जिले की है। इनपुट है कि यह सड़क तीन करोड़ 81 लाख रूपये की लागत से प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बनाई जा रही है। लेकिन बनने से पहले ही सरदार गुरविंदर सिंह ने इसकी पोल खोल दी। वीडियो वायरल है, हो सकता है योगी और उनकी टीम तक पहुँच भी गई हो। बावजूद इसके अब तक सरकारी कुनबे में किसी तरह की हलचल दर्ज नहीं की गई है।
ऐसे में कैसे मान लें कि पहले दिखाये गये विज्ञापन की तरह घपले घोटाले से पहले ही बुलडोजर आकर खड़ा हो जाता है। जबकि सड़क को बनाने वाले ठेकेदार की सच्चाई सामने है और बुलडोजर लापता है। जिसके बाद हम कह सकते हैं कि, भाजपा ने कर दिखाया।
बता दें कि एक मोटसाइकिल की ब्रेक मारने से उखड़ी सड़क को देखने के बाद सरदार गुरविंदर ने एक से डेढ़ हाथ तक अपने हाथ से ही इस सड़क पर पड़े मिलावटी तारकोल की चादर को उतार दिया।गुरविंदर कहते हैं, सड़क की हालत देखकर उन्हें बहुत गुस्सा आया। सच बात तो ये है कि अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से यह सब गोरखधंधा चल रहा है। सरकारी रूपया जेबों के हवाले किया जा रहा है। आम आदमी इस तरह की सड़कों पर गिरकर चोटिल हो रहा है, आरोप लगता है की वाहन की रफ्तार अधिक रही होगी।
पीलीभीत की यह वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा सांसद वरूण गांधी ने PWD मंत्री जितिन प्रसाद से विनती करते हुए ट्वीट किया कि, 'लगभग 4 करोड़ की लागत से बनी इस सड़क के अनूठे क्वालिटी चेक के परिणाम देख हम सभी स्तब्ध हैं, जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे की ऐसी बर्बादी बर्दाश्त करने योग्य नहीं है, मेरी PWD मंत्री जितिन प्रसाद से विनती है कि इस सड़कको बनाने वाले ठेकेदार पर गंभीर कार्वाई की जाए।'
भला हो वरूण गांधी का कि उनने मंत्री जी से ठेकेदार पर कार्वाई करने को कहा है, अन्यथा हमें तो लग रहा था, सरदार गुरविंंदर पर मुकदमा ना हो जाए, की उन्होने सड़क की पोल खोलने की हिमम्त कैसे कर दी।