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Video : हिस्ट्री बताते PM Modi की वे 11 सेल्फ जानकारियां जो साबित करती हैं- उन्होंने सच में 'एंटायर पॉलिटिकल साइंस' किया है

Janjwar Desk
27 Nov 2022 4:50 AM GMT
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Video : प्रधानमंत्री मोदी एक दो नहीं बल्कि कई बार इतिहास से जुड़ी गलत जानकारी देते रहे हैं, जिसके बाद वे मजाक का विषय बनते रहे हैं। आज हम प्रधानमंत्री मोदी के इसी एतिहासिक कमियों पर बात कर रहे हैं। कि हमारे देश के सर्वोच्च पद पर बैठे नरेंद्र मोदी अब तक कितनी बार फेक इतिहास बता चुके हैं...

PM Modi Lies: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सभा का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्होंने इतिहास के बारे में तमाम बातें कहीं। पीएम मोदी ने कहा कि, दुर्भाग्य से हमें आजादी के बाद भी वही इतिहास पढ़ाया जाता रहा, जो गुलामी के कालखंड में साजिशन रचा गया था। उन्होंने कहा आजादी के बाद जरूरत थी कि गुलाम बनाने वाले विदेशियों के एजेंडों को बदला जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि इतिहास को लेकर, पहले जो गलतियां हुईं, अब देश उनको सुधार रहा है। दिल्ली में हो रहा ये कार्यक्रम इसका प्रतिबिम्ब है।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) एक दो नहीं बल्कि कई बार इतिहास (History) से जुड़ी गलत जानकारी देते रहे हैं, जिसके बाद वे मजाक का विषय बनते रहे हैं। आज हम प्रधानमंत्री मोदी के इसी एतिहासिक कमियों पर बात कर रहे हैं। कि हमारे देश के सर्वोच्च पद पर बैठे नरेंद्र मोदी अब तक कितनी बार फेक इतिहास (PM Modi Lies) बता चुके हैं। तो सुनिये...

1. नवंबर 2003 में एक रैली में महात्मा गांधी के बारे में चर्चा करते हुए उन्हें मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया।

तथ्य : महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था. मोदी की इस ग़लती पर उनकी काफ़ी किरकिरी हुई थी।

2. वर्ष 2013 में पटना की बहुचर्चित रैली में नरेंद्र मोदी ने बिहार की शक्ति का ज़िक्र करते हुए सम्राट अशोक का जिक्र किया, पाटलिपुत्र का ज़िक्र किया और फिर नालंदा और तक्षशिला का।

तथ्य : सच्चाई ये है कि तक्षशिला पंजाब का हिस्सा रहा है और अब पाकिस्तान में है।

3. जुलाई 2003 में नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में कहा था कि आज़ादी के समय एक डॉलर की क़ीमत एक रुपए के बराबर थी।

तथ्य: यूपीए सरकार की नाकामी गिनाते-गिनाते नरेंद्र मोदी ये भूल गए कि उस समय एक रूपए की क़ीमत 30 सेंट के बराबर थी। और उस समय एक रुपया एक पाउंड के बराबर था।

4. अहमदाबाद में अक्तूबर 2003 में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अहमदाबाद नगरपालिका में महिलाओं के आरक्षण का प्रस्ताव सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 1919 में रखा था।

तथ्य : लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ये भूल गए थे कि वल्लभ भाई पटेल ने ये प्रस्ताव 1926 में दिया था।

5. फरवरी 2014 में नरेंद्र मोदी ने मेरठ में कहा था कि कांग्रेस ने आज़ादी की पहली लड़ाई को कम कर के आँका था।

तथ्य : जबकि सच्चाई ये है कि मेरठ में 1857 की क्रांति शुरू हुई थी। लेकिन मोदी ये भूल गए कि कांग्रेस की स्थापन 1885 में हुई थी। 1857 में कांग्रेस का कोई अता-पता नहीं था।

6. नवंबर 2003 में बंगलौर में नरेंद्र मोदी ने कहा था- 15 अगस्त का प्रधानमंत्री का भाषण लाल दरवाज़े से होता है।

तथ्य : अब ये कोई बताने वाला तथ्य नहीं है कि पीएम लाल क़िले से भाषण देते हैं, न कि लाल दरवाज़े से।

7. 2003 में मुंबई में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वर्ष 1960 से महाराष्ट्र में 26 मुख्यमंत्री हुए हैं।

तथ्य : सच्चाई ये है कि 2003 तक सिर्फ़ 17 नेताओं ने 26 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।

8. नरेंद्र मोदी ने एक बार कहा था कि जब हम गुप्त साम्राज्य की बात करते हैं कि हमें चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है।

तथ्य : दरअसल मोदी जिस चंद्रगुप्त का और उनकी राजनीति का जिक्र कर रहे थे, वो मौर्य वंश के थे। गुप्त साम्राज्य में चंद्रगुप्त द्वितीय हुए थे। लेकिन मोदी उनका ज़िक्र नहीं कर रहे थे।

9. दिसंबर 2013 में नरेंद्र मोदी ने जम्मू में एक रैली के दौरान कहा था कि मेजर सोमनाथ शर्मा को महावीर चक्र और ब्रिगेडियर रजिंदर सिंह को परमवीर चक्र मिला था।

तथ्य : सच्चाई ये है कि मेजर सोमनाथ शर्मा को परमवीर चक्र और रजिंदर सिंह को महावीर चक्र मिला था.

10. श्यामजी कृष्ण वर्मा और श्यामा प्रसाद मुखर्जी में अंतर नहीं कर पाए.

तथ्य: मोदी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को गुजरात का बेटा कह दिया और ये भी कह दिया कि उन्होंने लंदन में इंडिया हाउस का गठन किया था। और उनकी मौत 1930 में हो गई थी। दरअसल श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म कोलकाता में हुआ था। उनकी मौत 1953 में हुई थी। दरअसल मोदी श्याम कृष्ण वर्मा की जगह श्यामा प्रसाद मुखर्जी बोल गए।

11. पटना में रैली के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सिकंदर की सेना ने पूरी दुनिया जीत ली थी. लेकिन जब उन्होंने बिहारियों से पंगा लिया था, उसका क्या हश्र हुआ। यहाँ आकर वो हार गए।

तथ्य : सिकंदर की सेना ने कभी गंगा पार ही नहीं की।

ये प्रधानमंत्री के वो 11 गलत संदेश हैं जिन्हें लेकर लोगों ने उनकी खूब तफरी उड़वाई। मगरमच्छ पकड़ने से लेकर चाय बेचने और फिर एंटायर पॉलिटीकल साइंस की डिग्री लेने वाले प्रधानमंत्री के लिए अब और कुछ करने के लिए बचा नहीं है, सिवाय इसके कि वे खुद पर आशीर्वाद का हाथ रखते हुए अपने आप को कल्कि अवतार घोषित कर दें।

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