UP : हत्या या आत्महत्या के अधर में अटकी महिला सिपाही की मौत, लेकिन पुलिस ने बिना जांचे ही घोषित किया सुसाइड
(कानपुर देहात में फांसी लगाकर मरने वाली महिला ने पुलिस के मुताबिक सुसाइड किया है)
जनज्वार, कानपुर। यूपी (UP) के कानपुर देहात में हुई एक महिला पुलिस कर्मी की मौत ने स्थानीय लोगों को सकते में डाल दिया है। दूसरी तरफ मंगलपुर थाने में तैनात महिला सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत सवालों के घेरे में है। हालांकि पुलिस के मुताबिक तो महिला की मौत फांसी लगाने से हुई है, लेकिन इसमें कई पेंच हैं।
कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के पुलिस महकमे में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी की मौत पुलिस को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर रही है। एक ऐसी मौत जिसमें खुद एक पुलिसकर्मी की जान गई है, लेकिन मौत की जांच किए बिना ही आलाधिकारी इसे आत्महत्या करार दे रहे है।
दरअसल कानपुर देहात के मंगलपुर थाने में तैनात महिला सिपाही साक्षी वाल्यान किराए के मकान में अपनी दो अन्य सहकर्मियों के साथ रहती थी। सुबह जब सहकर्मियों ने उसके कमरे में जाकर देखा तो सबके होश उड़ गए। साक्षी के गले में दुप्पटे से फंदा लगा था और वो दम तोड़ चुकी थी। मकान मालिक वा अन्य किरायेदार पुलिसकर्मी ने स्टॉफ को सूचना दी। मौके पर पुलिस का पूरा अमला आ गया।
कमरे में जैसे ही मीडिया कर्मी पुलिस के साथ दाखिल हुए तो शव की हालत देखकर सभी चौंक गए, भला कोई बिना हवा में झूले फांसी कैसे लगा सकता है। अंदर की तस्वीरें कुछ और ही कह रही थीं कि महिला सिपाही शव कमरे में मौजूद एक खिड़की से बंधे दुप्पटे से गले में फंदा लगाकर आत्म हत्या कर सकता है, क्योंकि न तो शव हवा में था और न ही खिड़की कि ऊंचाई इतनी थी कि, उससे लटकने के बाद कोई फांसी से मर सके।
साक्षी का शव पूरी तरह से ज़मीन पर था और ऐसा लग रहा था कि कोई अपने पैरों पर खड़ा होकर खिड़की से बाहर देख रहा हो। तमाम सवाल जो आम इंसान के ज़हन में आ रहे हैं। तब आखिर पुलिस इन सभी बातों को क्यों नहीं सोच रही है, जबकि साफ तौर से देखने पर लग रहा है, कि इस तरह से कोई भी खुद को फांसी नहीं लगा सकता है।
बावजूद इसके पुलिस अधिकारी इसे आत्महत्या कह रहे हैं, महकमे के लिए महकमे कि ऐसी जांच जिसे पचा पाना शायद मुश्किल है, फिलहाल मृतका के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। पुलिस की प्रथम दृष्टया जांच से ये पुलिस को आत्महत्या का मामला दिख रहा है, लेकिन तस्वीरें कुछ और ही कह रही हैं। अब देखना है कि पुलिस की जांच आत्महत्या पर खत्म होती है या फिर हत्या पर।
इनपुट - मोहित कश्यप, कानपुर देहात