बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में गैंगवार में आठ की मौत, 12 गिरफ्तार
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
ढाका। दक्षिण बांग्लादेश स्थित एक रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में हुए गैंगवार में आठ लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग वहां से भाग गए। शिविर में आपराधिक हथियारबंद समूहों के बीच गैंगरवार की नौबत आ गई और इससे वहां से हजारों लोग भागने पर मजबूर हुए। इस गैंगवार में कम से कम आठ लोेग मारे गए। गुरुवार को मीडिया को पुलिस व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने यह जानकारी दी।
न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, काॅक्स बाजार के पास शहर में तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रफीकुल इस्लाम ने बताया कि मौके पर तनाव पूर्ण स्थिति कायम है। उनके अनुसार, दो गुटों आपसी वर्चस्व के लिए लड़ रहे हैं। यह माना जा रहा है कि वे मानव तस्करी और ड्रग्स तस्करी में संलिप्त हो सकते हैं। यह इलाका ड्रग्स की तस्करी के लिए जाना जाता है और म्यांमार से लगा हुआ है।
पुलिस ने बताया है कि गोलीबारी, आगजनी और अपहरण के मामलों को लेकर 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आपसी वर्चस्व को लेकर इन गुटों में झड़प हुई। जिस जगह घटना घटी वहां दुनिया में सबसे बड़ा शरणार्थी शिविर है, जिसमें एक लाख के करीब लोग रहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिन दो गुटों में मुठभेड़ हुई है, उनमें एक का नाम मुन्ना गैंग और दूसरे का नाम रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी है। इसमें दूसरा सशस्त्र समूह है, जो इस कैंप में मौजूद है। शरणाथियों ने खुद पर हमले होने व अपहरण का आरोप लगाया है।
इस घटना को लेकर अतिरिक्त शरणार्थी राहत और प्रत्यावर्तन आयुक्त मोहम्मद शम्सु डौजा ने कहा कि हिंसा की वजह से करीब दो हजार रोहिंग्या परिवार विस्थापित हो गए हैं। हालांकि इनमें गुरुवार की रात कुछ लोग वापस लौट आए।