Karachi Blast: महिला आत्मघाती हमलावर ने चीनी यात्रियों की गाड़ी के पास खुद को उड़ाया, सामने आया वीडियो
Karachi Blast: कराची में फिदायीन आतंकी ने किया धमाका, सामने आया वीडियो
Karachi Blast: पाकिस्तान (Pakistan) के कराची यूनिवर्सिटी (Karachi University) में मंगलवार को हुए विस्फोट में चार लोग मारे गए, जिनमें दो महिलाओं समेत तीन चीनी नागरिक भी शामिल हैं. यह बताया गया कि विश्वविद्यालय परिसर के अंदर एक व्यावसायिक यात्री वैन में विस्फोट हो गया. मृतकों की पहचान कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के निदेशक हुआंग गुइपिंग, डिंग मुपेंग, चेन सा और पाकिस्तानी ड्राइवर खालिद के रूप में हुई है. विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि घटना में दो अन्य वांग युकिंग और हामिद घायल हो गए.
खबरों के मुताबिक यूनिवर्सिटी में कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के पास एक वैन में धमाका हुआ. वैन दो विदेशी नागरिकों सहित लेक्चरर्स को ले जा रही थी, जो विश्वविद्यालय में पढ़ाकर लौट रहे थे. इस बीच, अलगाववादी आतंकवादी समूह बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि हमला एक महिला आत्मघाती हमलावर ने किया था.
धमाके में 3 चीनी नागरिकों की मौत
बता दें कि कराची में धमाका पाकिस्तान के समय के मुताबिक दोपहर में लगभग 1 बजकर 52 मिनट पर हुआ. एक वैन में 7 से 8 लोग सवार थे. वैन में हुए धमाके में तीन चीनी नागरिकों की भी मौत हो गई. ये तीनों लोग पाकिस्तान में टीचर के तौर पर काम करते थे. वहीं घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
The video of the #Karachi bomb blast. From the video, this looks like a suicide blast. pic.twitter.com/nnoqeEAWbZ
— Snehesh Alex Philip (@sneheshphilip) April 26, 2022
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली जिम्मेदारी
पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कराची धमाके के पीछे किसका हाथ है. इस बीच, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने कराची धमाके की जिम्मेदारी ली और कहा कि उसकी महिला सुसाइड बॉम्बर (Female Suicide Bomber) ने विस्फोट किया. उसने चीनी नागरिकों को निशाना बनाया.
आतंकी की पहचान शैरी बलूच के रूप में की गई
आतंकी की पहचान शैरी बलूच या ब्रम्श के रूप में की गई है. वह इस समूह की पहली महिला हमलावर थी. बयान में कहा गया है कि यह हमला बलूच प्रतिरोध के इतिहास में एक नया अध्याय है. अतीत में, पास के बलूचिस्तान प्रांत में प्रतिबंधित उग्रवादी अलगाववादी समूहों ने उन चीनी नागरिकों पर हमले का दावा किया है जो पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में काम करते हैं, विशेष रूप से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) परियोजना में.