Sri Lanka Emergency News : 'आर्थिक संकट का हल निकालने में करें मदद', श्रीलंका के राष्ट्रपति ने विरोधियों से सरकार में शामिल होने की अपील की
Srilanka Crisis : श्रीलंका के राष्ट्रपति ने देश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए 17 मंत्रियों की नई कैबिनेट बनायी
Sri Lanka Emergency News : श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) ने देश में जारी आर्थिक संकट (Financial Crisis) के बीच विपक्षी दलों को मंत्रीमंडल (Cabinet) में शामिल होने का न्यौता दिया है। उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं को मंत्रीमंडल में शामिल होने का आमंत्रण देते हुए कहा है कि आइए देश की सरकार में शामिल हों। आर्थिक संकटों का समाधान निकालने में हमारी मदद करें। श्रीलंका के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति राजपक्षे ने हर विपक्षी दल से सरकार में शामिल कर आर्थिक संकटों के समाधान में सरकार की मदद करने की अपील की है।
आपको बता दें कि इस अपील के थोड़ी देर पहले ही राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश के वित्त मंत्री और अपने भाई बासिल राजपक्षे (Basil Rajapaksa) को उनके पद से हटा दिया था। बासिल की जगह वित्त मंत्री का पद अली साबरी संभालेंगे। अली साबरी अब तक न्याय मंत्री के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे। यह जानकारी न्यूज एजेंसी पीटीआई की ओर से जारी की गयी है। इसके साथ ही राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने जीएल पेइरिस को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया है।
आपको बता दें कि रविवार की देर रात श्रीलंका में सरकार के सभी 26 कैबिनेट मंत्रियों जिनमें राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के भतीजे और खेल मंत्री नमल राजपक्षे भी शामिल थे सभी ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सोमवार की सुबह राष्ट्रपति की ओर से चार नए मंत्रियों के नाम की घोषणा की गयी है। दिनेश गुनवर्धना को नया शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया हैं, वहीं जॉनसन फर्नांडो नए राजमार्ग मंत्री होंगे।
आपको बता दें कि सोमवार को 36 घंटे से जारी कर्फ्यू हटने के बाद सोमवार को भी राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे की इस्तीफे की मांग के लिए देश भर में प्रदर्शन निकाले गए। गौरतलब है कि श्रीलंका में फिलहाल आपातकाल लागू हैं। देश में बिगड़ रहे आर्थिक हालात के बीते गुरुवार 31 मार्च को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के निजी आवाज के घेराव के बाद देश में आपातकाल की घोषणा की गयी थी।
उधर, रविवार को देश के पश्चिमी हिस्से में कर्फ्यू की अवहेलना करने और रैली करने की कोशिश करने के आरोप में तकरीबन 600 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आप को बता दें कि देश के बिगड़ रहे आर्थिक हालात के लिए लोग राजपक्षे परिवार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वे देश में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठे महिंदा राजपक्षे और गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे के लिए देश में आंदोलन चला रहे हैं।