UNHRC : रूस पहला देश नहीं जिसे UNHRC से किया गया सस्पेंड, जानिए कैसे काम करती है परिषद
UNHRC : रूस पहला देश नहीं जिसे UNHRC से किया गया सस्पेंड, जानिए कैसे काम करती है परिषद
UNHRC : पूर्वी यूक्रेन में सैन्य आक्रामकता के चलते रूस को यूएनएचआरसी (UNHRC) से निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि यूक्रेन की राजधानी कीव (Kyiv) से 37 किमी दूर बुचा से नरसंहार की ताजा रिपोर्टें सामने आयी हैं। इस इलाके में अकेले रूसी सैनिकों (Russian Army) के द्वारा पहले ही 3000 से ज्यादा लोगों को मारा जा चुका है।
रूस के खिलाफ यूएनएचआरसी में पेश किए गए प्रस्ताव (Resolution Against Russia) पर 93 देशों ने पक्ष में वोट किया, जबकि 24 ने इसके खिलाफ वोट किया, वहीं 58 देशों ने तटस्थ रहने का फैसला किया। यूक्रेन में रूस के कथित युद्ध अपराधों की चल रही जां के बीच कुछ देशों ने रूस के निलंबन को समयपूर्व बताया है।
संयुक्त राज्य अमेरिका पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में रूस के सैन्य अभियान के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने वाला पहला देश था। बुचा में हत्याओं के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अमेरिकी राजदूत थॉमस ग्रीनफील्ड ने रूस के खिलाफ एक कैंपेन शुरू किया है। हालांकि रूस यूक्रेन में नागरिकों की मौत में अपने सैनिकों की संलिप्तता से इनकार कर रहा है। आइए जानते हैं यूएनएचआरसी कैसे काम करती है, इसका ढांचा कैसे है और यह क्या भूमिका निभाता है -
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद यानि यूएनएचआरसी एक 47 सदस्यों की बॉडी है जिसे साल 2006 में दुनियाभर में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए गठित किया गया था। यह सालभर में स्विट्जरलैंड के जिनेवा स्थित यूएन ऑफिस तीन रेगुलर सेशन आयोजित करता है। यह मानवाधिकार के तात्कालिक मुद्दों पर विशेष सत्र भी करता है।
बीते साल 2021 के अगस्त में यूएनएचआरसी ने अगस्त में अफगानिस्तान में गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन की चिंताओं और स्थिति को लेकर विशेष सत्र आयोजित किया था। इसके अलावा मई में फिलिस्तीन और फरवरी में म्यामार में मानवाधिकार की चिंताओं को लेकर विशेष सत्र आयोजित किया था।
यूएनएचआरसी की मुख्य विशेषताओं में से एक सार्वभौमिक आवधिक समीक्षा है, जो ऐसी प्रक्रिया है जिसमें संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों के मानवाधिकार रिकॉर्ड का विश्लेषण भी शामिल है। यूपीआर हर देश के लिए समान व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है और समीक्षाओं का नेतृत्व तीन देशों के समूह द्वारा किया जाता है। यूएनएचआरसी की एक सलाहकार समिति भी है जिसमें विभिन्ने देशों के 18 विशेषज्ञ हैं जो कार्यों का निर्देशन, संचालन और शोध प्रस्तुत करते हैं।
कैसे चुने जाते हैं सदस्य
यूएनएचआरसी के 47 सदस्य यूएनजीए में प्रत्यक्ष और गुप्त मतदान के माध्यम से चुने जाते हैं। परिषद की वेबसाइट बताती है कि यह मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा करने में उम्मीदवार के देश के योगदान और उसके योगदान के मामलों को ध्यान में रखती है। भौगोलिक स्थिति के आधार पर सीटों का आवंटन किया जाता है। उदाहरण के लिए लैटिन अमेरिका में आठ सदस्य हैं जबकि अप्रीका और एशिया प्रशांत क्षेत्र में 13, पश्चिमी और पूर्वी यूरोप में क्रमश: 7 और 6 सदस्य हैं।
सदस्य तीन साल तक सेवा देते हैं और लगातार दो कार्यकालों की सेवा के तुरंत बाद फिर से निर्वाचित नहीं होते हैं। परिषद के मुताबिक उच्च मानवाधिकार मानकों को बनाए रखने की जिम्मेदारी परिषद की है। यह एक मानदंड है जिसपर देशों ने स्वयं जोर दिया था जब मार्च 2006 में मानवाधिकार परिषद बनाने का प्रस्ताव 60/251 लाया गया था।
किन देशों को परिषद से किया गया निलंबित
रूस पहला देश नहीं है जिसे यूएनएचआरसी से निलंबित किया गया है। यूएनएचआरसी के एक प्रस्ताव को आम सहमति से पारित किए जाने के बाद लगभग ग्यारह साल पहले लीबिया को भी बाहर कर दिया गया था। यह कदम प्रदर्शनकारियों पर लीबिया सरकार की कार्रवाई के जवाब में उठाया गया था। यूएनजीए ने प्रस्ताव संख्या 60/251 के प्रावधानों का उपयोग करते हुए लीबिया को निलंबित कर दिया था। नियम के मुताबिक एक यूएनएचआरसी सदस्य को निलंबित किया जा सकता है यदि उसने अपनी सदस्यता के दौरान लगातार व्यवस्थित मानवाधिकारों का उल्लंघन किया है। संकल्प को महासभा में मौजूद और मतदान करने वाले दो तिहाई सदस्यों का समर्थन होना चाहिए।