Xi Jinping Justin Trudeau Hot Talks: जी-20 शिखर सम्मेलन में इस बात पर भिड़ गए शी जिनपिंग और जस्टिन ट्रूडो? देखें नोकझोंक का वीडियो
Xi Jinping Justin Trudeau Hot Talks: G 20 Summit में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग में नोंकझोंक का वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल, दोनों नेताओं के बीच मंगलवार को मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के अंश कनाड़ा मीडिया में लीक हो गए। इस बात पर शी जिनपिंग ने जस्टिन ट्रूडो से नाराजगी दिखाई। इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वायरल वीडियो में चीनी राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो को कह रहे हैं कि ये ठीक नहीं था। इस प्रकार से बातचीत नहीं की जा सकती है। शी की नाराजगी पर जस्टिन ट्रूडो तूरंत जवाब देते हैं कनाडा में हम हमेशा से ही खुलकर बात करने में विश्वास रखते हैं, आगे भी वो जारी रहने वाला है। आगे भी साथ काम करेंगे, लेकिन कई मुद्दे होंगे, जिन पर हम शायद सहमत ना हों।
अंतरराष्ट्रीय मंच जी 20 पर दो दिग्गज नेताओं के बीच इस तरह की तकरार दोनों देशों के संबधों पर बड़ा असर डाल सकती है। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात में चीनी हस्तक्षेप, रूस-यूक्रेन युद्ध, आदि कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी। यह चर्चा कनाडा मीडिया में लीक हो गई। वायरल वीडियो के अंत में दोनों नेता आपस में हाथ मिलाकर आगे चले जाते हैं। इस वीडियो की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है। अपने-अपने नेताओं के समर्थन व विरोध में लोग कमेंट कर रहें हैं।
भारत को सौंपी गई जी20 की अध्यक्षता
इस बीच इंडोनेशिया ने बुधवार को बाली शिखर सम्मेलन के समापन के साथ ही आने वाले साल के लिए भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए गर्व की बात बताया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने एक संक्षिप्त समारोह में प्रधानमंत्री मोदी को जी20 की अध्यक्षता सौंपी। भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, सभी देशों के प्रयासों से हम जी20 शिखर सम्मेलन को वैश्विक कल्याण का उत्प्रेरक बना सकते हैं। इससे पहले विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि भारत ने जी20 निष्कर्ष दस्तावेज को तैयार करने में रचनात्मक भूमिका निभाई है। रूस-यूक्रेन युद्ध को कैसे चित्रित किया जाए, इस पर सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडलों में मतभेद थे और यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों ने मॉस्को की स्पष्ट निंदा की मांग की थी।