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बिहार चुनाव 2020

लोजपा से जीते मात्र एक उम्मीदवार, एनडीए से बाहर होने के बाद पासवान परिवार के उम्मीदवार भी बुरी तरह हारे

Janjwar Desk
11 Nov 2020 6:08 AM GMT
लोजपा से जीते मात्र एक उम्मीदवार, एनडीए से बाहर होने के बाद पासवान परिवार के उम्मीदवार भी बुरी तरह हारे
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चिराग पासवान ने भाजपा-जदयू के 35 प्रभावी नेताओं को टिकट दिया था, बावजूद उसके वे चुनाव में हार गए। लोजपा ने खुद कोई प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन जदयू व कहीं-कहीं भाजपा को नुकसान जरूर पहुंचाया...

जनज्वार। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में अकेले दम पर 134 सीटों पर उतरी चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी मात्र एक सीट मटिहानी ही जीत पायी। यहां से लोजपा के उम्मीदवार राजकुमार सिंह मात्र 333 वोटों से जदयू के नरेंद्र कुमार को हरा पाए। इसके अलावा उसके अन्य किसी उम्मीदवार ने जीत दर्ज नहीं कराया है। लोजपा ने अपने सहयोगी रहे भाजपा व जदयू के उन लोगों को प्रमुखता से टिकट दिया जो अपनी पार्टी में मजबूत दावेदार होने के बावजूद टिकट पाने से वंचित रह गए थे।

लोजपा ने भाजपा के 22 व जदयू के 13 बागियों को चुनाव का टिकट दिया था। इनमें कई ऐसे नाम थे जो भाजपा के अंदर प्रभावशाली थे। जैसे दिनारा से राजेंद्र सिंह, सासाराम से रामेश्वर चैरसिया, अमरपुर से मृणाल शेखर, पालीगंज से डाॅ उषा विद्यार्थी, दरभंगा ग्रामीण से प्रदीप कुमार ठाकुर, जहानाबाद से इंदु कश्यप, रघुनाथपुर से मनोज कुमार सिंह, जीरादेई से विनोद तिवारी, महाराजगंज से कुमार देव रंजन सिंह, एकमा से कामेश्वर सिंह मुन्ना आदि। पर ये सभी उम्मीदवार चुनाव हार गए।

राजेंद्र सिंह व रामेश्वर चैरसिया जैसे नेता तो बिहार भाजपा के बड़े चेहरे रहे हैं। राजेंद्र सिंह को पिछले चुनाव में भाजपा का अघोषित सीएम उम्मीदवार भी बताया जा रहा था, जिसकी वजह उनकी आरएसएस पृष्ठभूमि थी। वे पूर्व में संघ के प्रचारक रहे हैं।

चिराग पासवान की पार्टी ने हमेशा की तरह इस बार भी घर-परिवार के लोगों को टिकट दिया, लेकिन वे जीत नहीं दर्ज करा सके। रोसड़ा सीट से चिराग पासवान के चचेरे भाई किशन राज बुरी तरह हार गए। वे रामविलास पासवान के छोटे भाई दिवंगत रामचंद्र पासवान के छोटे बेटे व लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज के छोटे भाई हैं।

इसी तरह चिराग पासवान के बहनोई मृणाल पासवान उर्फ धनंजय राजापाकर सीट से चुनाव हार गए। वे चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। हालांकि इस परिणाम के बावजूद चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की तारीफ की है।

चिराग ने कहा, बुरे वक्त में भी नहीं टूटा हौसला, यह मोदी की जीत

चिराग पासवान ने चुनाव परिणाम के बाद तीन ट्वीट कर अपनी बात रखी है और एनडीए की जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत बताया है। चिराग पासवान ने कहा है कि इतने मुश्किल वक्त में भी मेरा हौसला नहीं टूटा है। बिहार पर नाज करने के लिए अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लेना हुआ तो मैं घबराया नहीं। चिराग ने नीतीश कुमार का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि यहां कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें 15 साल सत्ता में रहने के बाद भी तीन साथियों का सहारा लेना पड़ता है।

चिराग पासवान ने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी पर गर्व है कि सत्ता के लिए हम झुके नहीं। हम लड़े और अपनी बातों को जनता तक पहुंचाया। जनता का प्यार इस चुनाव में पार्टी को बहुत मजबूती से मिला है। उन्होंने कहा कि सभी लोजपा उम्मीदवारों ने बिना किसी गठबंधन के अकेले अपने दम पर शानदार चुनाव लड़ा। वोट शेयर बढा है। लोजपा इस चुनाव में हर जिले में मजबूत हुई है और भविष्य में इसका लाभ मिलना तय है।


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