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बिहार में यादवों को कुकर्मी कहने वाली मंजू वर्मा वही हैं जिनका मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड में छीना था मंत्री पद
File photo
आलोक कुमार की रिपोर्ट
जनज्वार, पटना। नीतीश सरकार में पूर्व मंत्री तथा चेरिया बरियारपुर विधानसभा सीट से जदयू की उम्मीदवार मंजू वर्मा द्वारा कथित तौर पर दिए गए एक बेहद विवादित बयान के बाद राजनीति गरमा गई है। जदयू ने जहां इस बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसकी निंदा की है, वहीं विपक्षी दल इसे चुनावी मुद्दा बनाने में जुट गए हैं। सोशल मीडिया में मंजू वर्मा की एक कथित वीडियो वायरल हो रही है। इस वायरल वीडियो में कथित तौर पर मंजू वर्मा राजद और राजद से जुड़ाव रखने वाले एक वर्ग विशेष पर पर विवादित टिप्पणी करती दिख रहीं हैं। वह यादव और उनकी सामाजिक हैसियत को गालियों से नवाज रही हैं।
मंजू वर्मा मंत्री पद पर रहते हुए तब विवादों के घेरे में आ गईं थीं, जब उस दौरान मुजफ्फरपुर में शेल्टर होम कांड सामने आया था। उनके समाज कल्याण मंत्री रहने के दौरान ही मुजफ्फरपुर शेल्टर कांड उजागर हुआ था। इस मामले में मंजू वर्मा के पति को भी आरोपी बनाया गया था और कहा गया था कि उनके आवास पर छापेमारी के दौरान वहां से अवैध कारतूस बरामद किए गए थे। इस एपिसोड के बाद मंजू वर्मा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू ने इस बार उन्हें फिर से चेरिया बरियारपुर विधानसभा सीट से टिकट दे दिया है। अब बेगूसराय जिला के चेरिया बरियारपुर विधानसभा क्षेत्र में जदयू के टिकट पर लड़ रहीं पूर्व मंत्री मंजू वर्मा का एक कथित वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिख रहा है कि कहा जा रहा है कि हम सम्राट अशोक के वंशज हैं और कुशवाहा वर्ग से आते हैं। हम अन्न उपजाते हैं और लोगों की भलाई करते हैं। हम किसी को जायज-नाजायज सताते नहीं। हम कोई ऐसा 'कुकृत्य' और 'कुकर्म' नहीं करते। वो करते हैं तो वर्ग विशेष(एक जाति का नाम लिया गया) के लोग और राजद के लोग करते हैं। हालांकि जनज्वार उक्त वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
ऐसे में चुनावों के बीच वायरल हुआ यह वीडियो बिहार के विधानसभा चुनाव में जदयू की सेहत पर खासा असर डाल सकता है। खासकर एनडीए के यादव उम्मीदवारों पर। दरअसल एनडीए में भी यादव उम्मीदवारों की संख्या कोई कम नहीं। ऐसे में मंजू वर्मा का विवादित बयान एनडीए के वोटों के समीकरण पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे लेकर जदयू द्वारा डैमेज कंट्रोल की कोशिश भी शुरू कर दी गई है। जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता डॉ निहोरा प्रसाद यादव ने कहा है 'बयान दिवालियापन को दर्शाता है। हम इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और जेडीयू का इस बयान से कोई लेना देना नहीं है। यह बयान उनका व्यक्तिगत बयान है और पार्टी का इससे कोई वास्ता नहीं है। यादव समाज से आने वाले किसी एक व्यक्ति के दोष का ठीकरा पूरी जाति पर नहीं छोड़ा जा सकता है।'