Blind Faith in Darbhanga: बिहार के दरभंगा जिला में अंधविश्वास (Blind Faith) की हैरान करनेवाली एक तस्वीर सामने आई है। दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में एक सप्ताह पहले नदी में डूबे लापता व्यक्ति को जिंदा नदी से बाहर निकालने का दावा कर एक महिला तांत्रिक और उसकी टीम नदी किनारे कई घंटो तक खूब ड्रामा करती रही। पहले नदी के तट पर पानी में डूबे व्यक्ति के परिजनों को स्नान कर हाथ जोड़कर बैठाया गया, फिर तांत्रिक महिला के सहयोगी झाल-मृदंग की धुन पर झूमते गाते रहे लेकिन घंटों ड्रामा करने का बाद जब कोई सफलता हाथ नहीं लगी तो तात्रिंक मौका देखकर फरार हो गई।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान में कमला बलान नदी के कोनिया गांव में 21 तारीख को नाव हादसा हुआ था जिसमें सवार 12 छात्र डूब गए थे। इसमें से 10 छात्रों ने किसी तरह तैर कर अपनी जान बचा ली पर दो छात्र लापता हो गए। कुछ दिन बाद पानी में उफन कर एक का शव बाहर आ गया पर एक शख्स का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद एक महिला तांत्रिक ने दावा किया कि छात्र जिंदा है और कमला माता के गोद में सुरक्षित है। उसने दावा किया कि वो तंत्र मंत्र के सहारे युवक को बाहर ला सकती है।
कमला नदी किनारे महिला तांत्रिक ने भगतई के नाम पर भूत खेलने का ड्रामा शुरू कर दिया। लापता युवक के परिजनों को नदी किनारे बैठाया गया और तंत्र मंत्र शुरू हुआ। इसके बावजूद जब पानी में डूबा व्यक्ति घंटों बाद भी नदी से बाहर नहीं निकला तब महिला तांत्रिक खुद नदी के पानी में प्रवेश कर गोते लगाने लगी। महिला तांत्रिक ने अपने दोनों हाथ पानी में डाल डूबे हुए व्यक्ति को निकालने का खूब ड्रामा किया, लेकिन कोई सफलता नहीं होता देख देर होने का बहाना बना मौके से भाग गई।
अंधविश्वास (Blind Faith)के ड्रामा को देखने आसपास के कई गांवों से हजारों लोगों की भीड़ कमला नदी किनारे उमड़ पड़ी। लोग बीच-बीच में कमला मइया के नारे लगाते रहे। सब चमत्कार होने की टकटकी लगाए खड़े रहे। आश्चर्य की बात ये रही कि हजारों की भीड़ में ऐसा एक शख्स नहीं था जो पुलिस प्रशासन को इसकी सूचने दे सके।
बता दें कि दरभंगा के कुशेश्वरस्थान स्थित कोनिया गांव में 21 अक्टूबर को एक नाव पलट गई थी जिसमें 12 छात्र सवार थे। इस हादसे में 10 लोग तो बच गए, पर दो छात्र लापता हो गए थे। इनमें से एक का शव मिला था जबकि दूसरा शव अब तक नहीं मिल पाया। हालांकि पुलिस प्रशासन की टीम ने शव की खोज भी की, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी।
मौके पर तांत्रिक का तमाशा देखने वाले स्थानीय लोगों में छोटेलाल मुखिया ने बताया कि महिला लोगों को उल्लू बना रही है। पानी से डूबे व्यक्ति को जीवित निकालने का झूठा दावा किया, लेकिन घंटो बाद जब व्यक्ति पानी से नहीं निकला तो वह काफी देर हो जाने का बहाना करते हुए मौके से भाग निकली।