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अंधविश्वास

Bihar News : महिला को सांप ने काटा तो परिजन ने लिया तांत्रिक का सहारा, झाड़-फूंक में गई जान

Janjwar Desk
13 May 2022 6:33 PM IST
Odisha News : दूषित पानी पीने से 6 लोगों की मौत, अन्य 71 अस्पताल में भर्ती, विधानसभा में उठा मुद्दा
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Odisha News : दूषित पानी पीने से 6 लोगों की मौत, अन्य 71 अस्पताल में भर्ती, विधानसभा में उठा मुद्दा

Bihar News : बिहार (Bihar) के गोपालगंज (Gopalganj) जिले के सिधवलिया थाना क्षेत्र के शेर गांव में गुरुवार की सुबह एक कोबरा सांप ने एक महिला को डंस लिया, जिसके बाद परिजन द्वारा उसे डॉक्टर के पास ना ले जाकर अंधविश्वास में फंसकर ओझा गुनी के पास झाड़ फूक कराने लेकर चले गए...

Bihar News : बिहार (Bihar) के गोपालगंज (Gopalganj) जिले के सिधवलिया थाना क्षेत्र के शेर गांव में गुरुवार की सुबह एक कोबरा सांप ने एक महिला को डंस लिया। जिसके बाद परिजन द्वारा उसे डॉक्टर के पास ना ले जाकर अंधविश्वास में फंसकर ओझा गुनी के पास झाड़ फूक कराने लेकर चले गए। यहां महिला की स्थिति नाजुक हो गई। बाद में महिला को सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक महिला शेर गांव निवासी नुरुल इस्लाम की पत्नी अख्तरी खातुन बताई जा रही है।

चूल्हे में छिपा बैठा था सांप

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मृत महिला अख्तरी खातुन सुबह करीब 5.45 बजे मिट्टी का चूल्हा जलाने गयी थी। कोबरा सांप चूल्हा में ही कुंडली मारकर बैठा था। जैसे ही चूल्हा में महिला ने हाथ डाला, सांप ने डस लिया। सांप के डसने के बाद महिला अचेत हो गयी। परिवार के सदस्य किचेन में पहुंचे तो सांप चूल्हा से बाहर निकल रहा था और महिला अचेत पड़ी थी। शोर शराबा सुनकर आसपास के काफी संख्या में ग्रामीण भी जुट गये।

तांत्रिक को बुलाकर कराया झाड़-फूंक

ग्रामीणों के कहने पर परिजन महिला का इलाज कराने के बजाय ओझा-गुनी और तांत्रिक को घर बुलाकर झाड़फूंक के चक्कर में फंस गये। तकरीबन तीन घंटे की झाड़-फूंक में महिला की सुगबुगाहट नहीं दिखी तो आनन-फानन में परिजनों ने उसे बरौली स्वास्थ्य केंद्र में लेकर पहुंचे। जहां डॉ विजय पासवान ने महिला की हालत देखकर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल जाने के दौरान रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया।

इस मामले में क्या कहते है डॉक्टर

महिला की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय पासवान का कहना है कि कुछ लोग अंधविश्वास में सर्पदंश की घटना होने के बाद स्वास्थ्य केंद्र जाने के बजाय झाड़-फूंक के चक्कर के पड़ जाते हैं। जब स्थिति बिगड़ने लगती है। तब वे अस्पताल का रूख करते हैं। तब तक जहर पूरे शरीर में फैल जाता है और बचाना मुश्किल होता है। इससे पीड़ित की जान चली जाती है। बता दें कि गुरुवार को शेर गांव में भी कुछ ऐसा ही हुआ। झाड़फूंक कराने के बाद परिजन सदर अस्पताल में लेकर पहुंचे।

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