- Home
- /
- अंधविश्वास
- /
- Chhattisgarh Crime...
Chhattisgarh Crime News : तांत्रिक ने झाड़-फूंक के नाम पर मानसिक रोगी को त्रिशूल से दागा, शरीर पर पड़े फफोले, हो गई मौत
![Chhattisgarh Crime News : तांत्रिक ने झाड़-फूंक के नाम पर मानसिक रोगी को त्रिशूल से दागा, शरीर पर पड़े फफोले, हो गई मौत Chhattisgarh Crime News : तांत्रिक ने झाड़-फूंक के नाम पर मानसिक रोगी को त्रिशूल से दागा, शरीर पर पड़े फफोले, हो गई मौत](https://janjwar.com/h-upload/2022/11/03/826105-new-project-92.jpg)
Chhattisgarh Crime News : तांत्रिक ने झाड़-फूंक के नाम पर मानसिक रोगी को त्रिशूल से दागा, शरीर पर पड़े फफोले, हो गई मौत
Chhattisgarh Crime News : छत्तीसगढ़ से अंधविश्वास की हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में भूत-प्रेत के साये से मुक्ति दिलाने का झांसा देकर कथित तांत्रिक ने एक मानसिक रोगी को लगातार चार दिनों तक गर्म त्रिशूल से दागा। इसके बाद उस व्यक्ति के शरीर पर फफोले पढ़ गए और इंफेक्शन फैलने के कारण मानसिक रोगी पीड़ित की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि बुधवार को पुलिस अधिकारियों की तरफ से यह जानकारी दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र की पुलिस ने 35 वर्षीय फेकूराम निर्मलकर की हत्या के आरोप में 45 वर्षीय तांत्रिक लीलाराम रजक को गिरफ्तार कर लिया है।
तांत्रिक ने किया था पीड़ित पर भूत-प्रेत का साया होने का दावा
इस मामले में पुलिस का कहना है कि पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि रतनपुर क्षेत्र के अंतर्गत पोड़ी गांव निवासी फेकूराम मानसिक रूप से बीमार था और पिछले चार माह से उसकी पत्नी गंगाबाई उसका इलाज अस्पताल में करवा रही थी, लेकिन उसके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस बीच मस्तूरी क्षेत्र के अंतर्गत जूनवानी गांव के निवासी लीलाराम रजक ने दावा किया कि फेकूराम प्रेत बाधा का शिकार है और वह इससे मुक्ति दे सकता है।
4 दिन बाद फेकूराम की हो गई मौत
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लीलाराम की बातों में आकर गंगाबाई अपने पति को 23 अक्टूबर को जूनवानी गांव ले गई और 4 दिनों तक लीलाराम अपने घर में रखकर फेकूराम को गर्म त्रिशूल से दागता रहा, जिसके बाद उसने फेकूराम को घर भेज दिया। इसके बाद गंगाबाई अपने पति को लेकर वापस अपने गांव पोड़ी आ गई। त्रिशूल से जलाने के कारण फेकूराम के शरीर में फफोले पड़ गए और उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। जलने से उसके शरीर में इन्फेक्शन हो गया और चार दिन बाद यानी 30 अक्टूबर को मानसिक रोगी फेकूराम की मौत हो गई।
पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को किया गिरफ्तार
पुलिस ने मार्ग कायम कर शव को अपने कब्जे में लिए लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुलिस ने फेकूराम के शव को परिजनों को सौंप दिया है। वहीं मर्ग डायरी मल्हार पुलिस को भेजा है। पुलिस ने आरोपी तांत्रिक रजक लीलाराम को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है।
पीड़ित के शरीर पर जलने के 20 से ज्यादा निशान
जानकारी के लिए बता दें कि रतनपुर पुलिस का कहना है कि 30 अक्टूबर को ग्राम पौड़ी के सरपंच ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के ही टेकूराम निर्मलकर उम्र 35 वर्ष की संदिग्ध परिस्थितियों में घर पर मौत हो गई। उसके पूरे शरीर में जलने के निशान बने हुए हैं। घरवालो के द्वारा उसकी अंतिम संस्कार करने की तैयारी में लगे हैं। पुलिस ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए उसके घर पहुंचे और मृतक के शरीर को देखा, जिस पर 20 से अधिक स्थानों पर जलने के निशान बने होने पर पूछताछ की। तब उसकी पत्नी ने बताया कि बीते 4 महीने पहले उसके पति की मानसिक स्थिति खराब थी। वह अस्पताल में उसका इलाज करा रही थी, बावजूद उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था, जिसके बाद उन्होंने तांत्रिक का सहारा लिया।