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अंधविश्वास : शादी के 13 साल बाद नहीं हुआ बच्चा तो देवर ने डायन का साया बता गर्म चिमटे से कई जगह दागा, महिला की मौत

Janjwar Desk
2 March 2021 2:36 PM GMT
अंधविश्वास : शादी के 13 साल बाद नहीं हुआ बच्चा तो देवर ने डायन का साया बता गर्म चिमटे से कई जगह दागा, महिला की मौत
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बीती 27 फरवरी की रात शरीर में अत्यक्षिक जगहों पर चिमटे से जल जाने के कारण भाभी शारदा ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद पुलिस ने दुर्वेश, सर्वेश और उनके पिता को हिरासत में ले लिया।

जनज्वार ब्यूरो/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भाभी पर डायन का साया बताकर देवर ने मौत के घाट उतार दिया। आरोपी खुद तंत्र-मंत्र करता है। शाहजहांपुर के कहमारा गांव में अंधविश्वास फैलाने वाला हत्यारा तांत्रिक अब पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस पूछताछ में सख्त रवैया अपनाने के बावजूद आरोपी दुर्वेश अपना गुनाह कुबूल नहीं कर रहा है। वह बार बार पुलिस के सामने अंधविश्वासी बातें कर रहा है साथ ही पुलिस को बरगलाने का प्रयास करता रहा।

दरअसल पुलिस के मुताबिक दुर्वेश के बड़े भाई सर्वेश और भाभी शारदा को शादी के 13 वर्ष बाद भी बच्चा न होने के कारण तांत्रिक देवर दुर्वेश ने अपने गुरु से इसका उपाय पूछा था। इस पर गुरु ने बताया कि उसकी भाभी पर किसी चुड़ैल का साया है। दुर्वेश ने बात मानते हुए भाभी के ऊपर से चुड़ैल का साया हटाने के लिए उनके शरीर पर गर्म चिमटे से कई जगह दाग कर दिए। इस दौरान भाभी को बचाने आई छोटे भाई की पत्नी पर भी दुर्वेश ने हमला कर उसे भी घायल कर दिया था।

बीती 27 फरवरी की रात को शरीर पर जगह—जगह गर्म चिमटे से जल जाने के कारण दुर्वेश की भाभी शारदा ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद पुलिस ने दुर्वेश, सर्वेश और उनके पिता को हिरासत में ले लिया। पुलिस पूछताछ में दुर्वेश ने बताया कि उसके ऊपर जिन्न की सवारी आती है। उसने वही किया जो जिन्न ने बताया था। दुर्वेश खुद को बेकसूर बताता रहा। पूछताछ में दुर्वेश ने अपने गुरु के बारे में भी जानकारी दी और बताया कि उसने ही उससे कहा था कि शारदा देवी के ऊपर साया है।

मामले के आरोपी सर्वेश और दुर्वेश सहित पिता बटेश्वर ने पु़लिस को बताया कि ऊपरी हवा के कारण वे लोग परेशान थे और आठ दिन से घर में खाना नहीं बना, जिस कारण वे लोग आठ दिन से भूखे हैं। इसके बाद पुलिस ने रविवार 28 फरवरी की रात और सोमवार 1 मार्च की सुबह तीनों को खाना खिलाया और अंधविश्वास में हत्या जैसा कार्य करने पर कड़ी फटकार भी लगाई।

अंधविश्वास का शिकार मृतक शारदा देवी का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके मायके के लोग जनपद पीलीभीत के थाना बिलसंडा के गांव ले गए। मायके के गांव में ही शारदा देवी का अंतिम संस्कार किया गया। शारदा के भाई सुनील ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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