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झारखंड में एक सप्ताह के अंदर डायन बताकर दूसरी महिला की हत्या, सिर काट कर थाने पहुंचा अपराधी
प्रतीकात्मक तस्वीर
जनज्वार। झारखंड में डायन बिसाही का अंधविश्वास इस कदर है कि अक्सर बेकसूर महिलाओं और कई बार पुरुष भी इसके शिकार होते हैं। ऐसे अंधविश्वास के शिकार अधिकतर बुजुर्ग लोग होते हैं।
झारखंड के साहिबगंज जिले के राधानगर थाना क्षेत्र की मोहनपुर पंचायत के मेंहदीपुर गांव की मतलू चाैराई नामक एक 60 वर्षीय महिला की हत्या डायन बताकर कर दी गई। जिस व्यक्ति ने हत्या की उसे यह शक था कि इसने उसके बेटे को जादू टोना कर मार दिया है।
महिला की हत्या गांव के सकल टुडू ने मंगलवार (7 जुलाई 2020) को गला काट कर की और धड़ से कटे सिर को लेकर बुधवार (आठ जुलाई) सुबह वह थाने पहुंच गया। इस दृश्य से सभी अवाक रह गए। स्थानीय राधानगर पुलिस ने इसकी सूचना एसडीपीओ को दी और सकल टुडू की निशानदेही पर ही एसडीपीओ अरविंद कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने वहां मृत महिला का शव एक सुनसान जगह से बरामद किया।
महिला का शव बरामद करने के बाद पुलिस सकल टुडू के घर पहुंची जहां लकड़ी की बक्से से उसके बेटे का शव बरामद किया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए राजमहल अस्पताल भेज दिया।
सकल टुडू का 25 वर्षीय बेटा साधिन टुडू बीमार था। उसे सर्दी खांसी थी और सोमवार (6 जुलाई 2020) की शाम उसकी मौत हो गई। उसकी मौत के बाद गांव में यह अफवाह फैल गई कि जादू टोना कर मतलू चाैराई ने उसकी जान ले ली। इसके बाद साधिन का पिता अपने बेटे का अंतिम संस्कार करने के बजाय महिला की हत्या तय करने का ठान लियां। उसने मंगलवार (सात जुलाई) की रात मतलू की गर्दन काट कर हत्या कर दी और कट हुआ सिर लेकर अगली सुबह राधानगर थाना पहुंच गया।
इस संबंध में बीमारी से मृत साधिन टुडू की पत्नी रंधन मुर्मू ने कहा है कि मकलू चौराई ने सोमवार को उसके पति से कहा था कि तुम आज शाम मर जाओगे, इसके बाद बाद उनकी जान ले ली। वहीं, इस मामले में एसडीपीओ अरविंद कुमार सिंह ने कहा है कि डायन प्रथा जैसा कुछ होता नहीं है, लोगों में जागरूकता की कमी से ऐसी घटनाएं घटती हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस एनजीओ की मदद से इसके लिए जागरूकता अभियान चलाएगी। मृत व्यक्ति को सर्दी खांसी थी, ऐसे में उसका सैंपल जांच भी करायी जाएगी। ध्यान रहे कि इस समय देश में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और सुदूर ग्रामीण इलाकों में इसके लक्षणों के प्रकट होने के बावजूद जांच होना सहज उपलब्ध नहीं है।
इससे पहले हाल में ही रांची जिले के लापुंग में दो भाइयों ने मिल कर अपनी चाची की डायन होने के संदेह में हत्या कर दी थी। दोनों भाइयों के पिता बीमार रहते थे और उन्हें यह संदेह था कि उसकी चाची ने उन्हें डायन कर दिया है, जिससे उसके पिता बीमार हैं।
रांची जिले के लापुंग थाना क्षेत्र के चालगी केवट टोली की रहने वाली 56 वर्षीया फुलमरी होनो की हत्या शनिवार, चार जुलाई 2020 को उनके दो भतीजों ने धारदार हथियार से कर दी थी। हत्या करने वाले हेमंत होरो व बुधुआ होरो को शक था कि उनकी चाची ने उनके पिता को डायन कर दिया है जिससे वे बीमार रहते हैं।