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खुद को विष्णु का अवतार बताने वाले गुजरात के पूर्व इंजीनियर की धमकी, नहीं मिली ग्रेच्युटी तो धरती पर लाउंगा प्रलय
जनज्वार। जहां भारत समेत पूरा विश्व एक तरफ कोरोना महामारी की तमाम दुश्वारियों को झेल रहा है, दुनियाभर में लाखोंलाख लोग असमय काल के गाल में समा गये हैं, विज्ञान का सबने लोहा मान लिया है, ऐसे में भी अंधविश्वास समाज से कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक तमाम बाबा, तांत्रिक जादू-टोना या अन्य तरीकों से रोग भगाने, संतान पैदा करने समेत तमाम दावे करते रहते थे, अब गुजरात से बिल्कुल नये तरीके का मामला सामने आया है।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, खुद के 'कल्कि' अवतार यानी भगवान विष्णु का अंतिम अवतार होने का दावा करने वाले गुजरात सरकार के एक पूर्व कर्मचारी रमेशचंद्र फेफर ने चेतावनी दी है कि उसकी सेवाकाल के दौरान की ग्रैच्युटी जल्द से जल्द जारी नहीं की गयी तो वह अपनी दिव्य शक्तियों का इस्तेमाल कर इस वर्ष में दुनिया में गंभीर सूखा ला देगा।
गौर करने वाली बात यह है कि इस कलयुगी विष्णु के अवतार रमेशचंद्र फेफर को लंबे समय तक कार्यालय से गायब रहने के कारण सरकारी सेवा से समय से पहले सेवानिवृत्ति यानी जबरन रिटायरमेंट दे दी गई थी।
जल संसाधन विभाग के सचिव को 1 जुलाई को लिखे एक पत्र में फेफर ने लिखा है, 'सरकार में बैठे राक्षस उनकी 16 लाख रुपये की ग्रैच्युटी और एक वर्ष के वेतन के रूप में 16 लाख रुपये रोककर उनको परेशान कर रहे हैं। उन्हें जो परेशान किया जा रहा है, उस कारण वह धरती पर भीषण सूखा ला सकते हैं, क्योंकि वह भगवान विष्णु के 10वें अवतार हैं जिसने 'सतयुग' में शासन किया। गौरतलब है कि हिंदू धर्म में विश्वास किया जाता है कि सतयुग में भगवान विष्णु का राज था।
जानकारी के मुताबिक रमेशचंद्र फेफर गुजरात के जल संसाधन विभाग के सरदार सरोवर पुनर्वास एजेंसी में अधीक्षण अभियंता के तौर पर वडोदरा कार्यालय में पोस्टेड थे। वर्ष 2018 में 8 महीने के दौरान सिर्फ 16 दिन कार्यालय आने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
फेफर की इस श्राप भरी धमकी के बाद जल संसाधन विभाग के सचिव एम के जाधव का कहना है कि 'रमेशचंद्र फेफर आफिस से लंबे समय तक गायब रहे और अब बिना काम के वेतन की मांग कर रहे हैं। वह कह रहे हैं कि उन्हें सिर्फ इसलिए वेतन दिया जाना चाहिए कि वह 'कल्कि' अवतार हैं और धरती पर वर्षा लाने के लिए काम कर रहे हैं।'
एम के जाधव ने कहा, 'फेफर मूर्खता कर रहे हैं। मुझे उनका पत्र मिल चुका है, जिसमें उन्होंने ग्रैच्युटी और एक वर्ष के वेतन का दावा किया है। उनकी ग्रैच्युटी का मामला प्रोसेस में है। पिछली बार जब उन्होंने कार्यालय से गायब रहने के बाद दावा किया था कि वे कल्कि अवतार हैं तो तो उनके खिलाफ जांच शुरू की गई थी। उसी के बाद उनकी मानसिक स्थिति को देखते हुए सरकार ने उन्हें समय से पहले रिटायरमेंट कर दिया।'
जल संसाधन विभाग के सचिव को लिखे पत्र में रमेशचंद्र फेफर का यह भी दावा है कि चूंकि वह 'कल्कि' अवतार के रूप में धरती पर मौजूद हैं, इसलिए पिछले दो वर्षों में भारत में अच्छी बारिश हुई है। देश में एक वर्ष भी सूखा नहीं पड़ा। पिछले 20 वर्षों में अच्छी बारिश के कारण भारत को 20 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। इसके बावजूद सरकार में बैठे राक्षस मुझे परेशान कर रहे हैं। इस कारण मैं इस वर्ष पूरी दुनिया में भीषण सूखा लाऊंगा। ऐसा इसलिए कि मैं भगवान विष्णु का दसवां अवतार हूं और मैंने सतयुग में पृथ्वी पर राज किया है।'