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छिंदवाड़ा में युवती ने खुद को बताया नागकन्या और नाग को पति मान लिए अग्नि के सात फेरे
जनज्वार। अंधविश्वास का धंधा अपने देश में सबसे तेज चलता है, जिसमें अच्छे-अच्छे लोग भरोसा करते हैं। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में अंधविश्वास का एक ऐसा खेल हुआ कि तमाशा देखने बड़ी भीड़ जुट गई।
छिंदवाड़ा जिले के परसिया तहसील के धमनिया गांव में दुल्हन बनी एक युवती ने दावा किया कि वह नागकन्या है और उसकी शादी इच्छाधारी नाग से होने वाली है। देखते ही देखते उस युवती के दावे की खबर आसपास के गांवों में फैल गई और लोग बड़ी संख्या में धमनिया गांव में जुट गए।
इसके बाद युवती मंदिर पहुंची और नागिन की तरह डांस करने लगी। गांव के मंदिर में जब वह नागिन नृत्य करने लगी तो बड़ी संख्या में लोग उसे देखने के लिए जुट गए। इस दौरान युवती ने दावा किया कि उसके सपने में नाग देवता आए थे और उन्होंने उसे दर्शन दिया है और शादी करने की बात कही है।
युवती नागिन डांस करते हुए कभी जमीन पर लोटने लगती तो कभी सड़क की ओर लहराते हुए जाती। जब लोग उससे पूछते कि नाग देवता कब आएंगे तो वह डपट कर उन्हें चुप करा देती। सड़क की ओर जाकर कहती कि लोग उनका रास्ता काट दे रहे हैं।
वहां मौजूद कुछ लोगों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इलाके के लोग इसे जमकर शेयर कर रहे हैं।
युवती के नाग देवता से शादी की खबर पर लोग कोरोना महामारी को भूल गए और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को तोड़ कर उसे देखने जुट गए।
जब घंटों चले उसके तमाशे के बाद भी नाग उससे शादी करने नहीं आया तो उसने अकेले अग्नि के फेरे लिए और कहा कि उसके पति नाग देवता ही हैं और वे लेने जरूर आएंगे।
दरअसल, भारत में सैकड़ों सालों से नाग-नागिन की प्रेम कहानियां और मनुष्य का रूप धारण करने की उनकी शक्तियों की कहानियां प्रचलित हैं। भारत में उस पर कई फिल्में भी बनीं हैं, जिसमें बड़े कलाकारों ने काम किया है। ऐसी चीजें लोगों के दिमाग पर गहरा छाप छोड़ती है और वे उस काल्पनिक कहानियों इस रूप से हकीकत मानने लगते हैं कि वह वास्तव में उनका अंधविश्वास ही होता हैै।