- Home
- /
- अंधविश्वास
- /
- अंधविश्वास : पिता रहता...
अंधविश्वास : पिता रहता था बीमार तो डायन के शक में 2 युवकों ने अपनी चाची को उतार दिया मौत के घाट
डायन ठहराकर महिलाओं के उत्पीड़न की घटनायें हमारे समाज में हो चुकी हैं आम (प्रतीकात्मक फोटो)
जनज्वार, रांची। झारखंड में डायन-बिसाही जैसे अंधविश्वास में हत्या हुई है। रांची जिले के लापुंग के चालगी केवट टोली की रहने वाली 56 वर्षीया फुलमनी होरो की हत्या शनिवार 4 जुलाई को कर दी गई। हत्या तेज धारदार हथियार से बेरहमी से की गई है।
हत्या के इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मृतक युवक की चाची थी। गिरफ्तार किए गए युवकों का नाम हेमंत होरो व बुधुआ होरो है। मामला हत्या करने वाले युवकों के के पिता के बीमार होने से जुड़ा है।
दोनों युवक अपनी पिता की बीमारी की वजह अपनी चाची फुलमनी होरो को मानते थे। पुलिस पूछताछ में दोनों युवकों ने कहा उनके पिता बीमार रहते थे और उन्हें लगता था कि चाची ने डायर बिसाही कर दिया है जिससे वे बीमार रहते हैं। इसलिए पिता को बचाने के लिए हमलोगों ने चाची को मारने की योजना बनाई। दोनों परिवारों के बीच भूमि को लेकर भी विवाद था।
हत्या करने के लिए दोनों भाइयों ने नशापान किया और रात में चाची के घर गए। फिर महिला को किसी बात में उलझा कर एक किलोमीटर दूर दोनों ले गए और फिर वहां टांगी व अन्य धारदार हथियार से हत्या कर दी। मृतका के परिवार वालों ने बताया कि शनिवार की रात ही उन्हें पता चल गया कि दोनों ने उनकी हत्या कर दी है, लेकिन डर से इसकी सूचना किसी को नहीं दी। फिर रविवार की सुबह पुलिस को इस मामले की सूचना दी गई।
हत्यारों के पास इस्तेमाल किए गए फरसा व कुदाल को बरामद किया गया है। झारखंड में अक्सर इस तरह की हत्याएं की जाती हैं। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।