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अंधविश्वास : ओलंपिक विजेता पहलवान रवि मन्नत पूरी होने पर घूम रहे मंदिर-मंदिर, कोच-ट्रेनिंग को श्रेय देने की बजाय भगवान का जता रहे आभार
ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि दहिया लगातार मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं
जनज्वार। अंधविश्वास की जड़ें इतनी गहरी होतीं हैं कि मैदान पर पसीना बहाकर अपनी जीतोड़ मेहनत के दम पर कामयाबी हासिल करने वाले खिलाड़ी भी इससे बच नहीं पाते। क्रिकेटरों से जुड़े कई तरह के अंधविश्वास की घटनाएं पहले से सार्वजनिक हैं। इनमें सुनील गावस्कर का जेब में लाल रुमाल रखने से लेकर सचिन तेंदुलकर के स्ट्राइक लेने तक से जुड़े टोटके शामिल हैं। अब ओलंपिक सिल्वर मेडल विजेता पहलवान रवि दहिया ने अपनी कामयाबी का श्रेय अखंड जोत जलाने और ईश्वरीय कृपा को दे दिया है। भले ही उनकी कामयाबी के पीछे उनके परिवार, प्रशिक्षकों और उनकी खुद की वर्षो की हाड़तोड़ मेहनत का हाथ हो लेकिन उन्होंने कहा है कि उन्हें ओलंपिक सिल्वर मेडल भगवदकृपा से मिली है, जिसके लिए उनके परिवार ने मन्नत मांगी थी। लगे हाथ उन्होंने अगले ओलंपिक में गोल्ड मेडल की मन्नत भी मांग ली है। दहिया इन दिनों लगातर मंदिरों में दर्शन व पूजन में लगे हुए हैं।
वैसे टोक्यो ओलिंपक में पदक जीतने के बाद कई खिलाड़ी भगवान के दर पर माथा टेक रहे हैं और पदक जीतने पर आभार जताने के साथ ही अगले ओलिंपिक में गोल्ड मेडल की कामना कर रहे हैं। हरियाणा के सोनीपत के नाहरी गांव के निवासी ओलंपियन रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीतने पर कुछ दिन पहले हरिद्वार के पास स्थित मंदिर में जलाभिषेक किया था। वहीं, रवि दहिया ने सोमवार को जम्मू में वैष्णो देवी के मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
इससे पहले रविवार को रवि ने अपने गांव के बाबा शंभूनाथ मंदिर में पूजा की थी। बताया गया कि उनके घर वालों ने ओलंपिक में पदक जीतने के लिए मन्नत मांगी थी और घर में अखंड ज्योत प्रज्वलित की थी। उनके ओलंपिक पदक जीतने के साथ ही घरवालों की मन्नत पूरी हुई और रवि दाहिया ने घर पहुंचने के बाद महादेव का जलाभिषेक कर अपने इस संकल्प को पूरा किया। इस दौरान उनकी कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वह फिल्मी स्टाइल में जलाभिषेक करते नजर आ रहे हैं। वहीं, ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने भी कई मंदिरों में पहुंचकर भगवान का आशीर्वाद लिया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते रविवार को रक्षाबंधन के दिन दोपहर में रवि अपने छोटे भाई पंकज व साथियों के साथ अपने गांव नाहरी पहुंचे। वहां उन्होंने गांव के दादा शंभूनाथ के मंदिर में पूजा की। इसके बाद वे अपने भाई पंकज व साजन के साथ दिल्ली से हवाई जहाज के जरिये जम्मू पहुंचे। वहां उन्हें एक कार्यक्रम में भाग लेना था। इसके बाद वे सोमवार तड़के माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए निकल पड़े। रवि ने भाई पंकज और साथियों के साथ माता के दर्शन कर ओलिंपिक मेडल के लिए आभार जताया और अगले ओलिंपिक में गोल्ड मेडल की कामना की। पहलवान साजन ने बताया कि पूरे रास्ते रवि और अन्य साथी माता के जयकारे लगाते रहे।
पहलवान साजन ने बताया कि लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी द्वारा सम्मानित करने बाद वे हरिद्वार से पहले स्थित शंभूनाथ के मंदिर पहुंचे और वहां भगवान शिव का जलाभिषेक किया। रवि ने ओलिंपिक से पहले भगवान भोलेनाथ से मन्नत मांगी थी वह टोक्यो से पदक लेकर लौटे। सिल्वर मेडल जीतने के बाद रवि रूद्राभिषेक किया और अगली बार गोल्ड जिताने की मन्नत मांगी।