- Home
- /
- अंधविश्वास
- /
- Bihar News: श्मशान घाट...
Bihar News: श्मशान घाट पर मृतक को जिंदा करने के लिए घंटों वीडियो कॉल पर झाड़फूंक करता रहा तांत्रिक
(तांत्रिक के बहकावे में दंपत्ति ने कॉल गर्ल की हत्या कर दी)Photo Credit: Google
Bihar News: पढ़े लिखे समाज में भी अंधविश्वास किस तरह लोगों पर हावी है इसका एक उदाहरण बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में देखने को मिला। मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र के नवीन पंडित के बेटे मोनू पंडित की रविवार, 10 अक्टूबर को देर रात मौत हो गई। मृतक के परिजन शव को लेकर श्मशान घाट पहुंचे। इसी बीच किसी ने एक तांत्रिक का सुझाव दे दिया। फिर मृत युवक को जिंदा करने के लिए चंडीगढ़ में बैठा एक तांत्रिक वीडियो कॉल से झाड़फूंक करने लगा। श्मशान घाट में मृत युवक को जिंदा करने का ड्रामा घंटों तक चलता रहा।
वीडियो कॉल पर घंटों झाड़फूंक करता रहा तांत्रिक
दरअसल, ये पूरा मामला मनियारी थाना क्षेत्र के महंत मनियारी के भगवानपुर टोला का है। रविवार, 10 अक्टूबर की रात नवीन कुमार पंडित के पुत्र मोनू कुमार(18 साल) की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। सोमवार सुबह को दाह संस्कार करने के लिए शव को महंत मनियारी माहदेव स्थान स्थित शमशान घाट लाया गया था। दाह संस्कार में आई एक महिला ने मृत के परिजनों को चंडीगढ़ के एक तांत्रिक के बारे में जानकारी की। फिर तांत्रिक को वीडियो कॉल किया गया। तांत्रिक ने मृत युवक के मुंह में पानी डालने को कहा। मौके पर मौजूद लोगों ने मृत के पानी पीने का दावा किया। फिर एक के बाद एक टोटके का सिलसिला यूं ही चलता रहा।
तांत्रिक ने शव को चंडीगढ़ लाने को कहा
कुछ देर में ही आसपास के इलाके में मृत युवक के जिंदा होने की अफवाह फैल गयी। देखते ही देखते श्मशान घाट में सैंकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। लेकिन घंटो तक झाड़फूंक के बाद भी कुछ असर होते नहीं दिखा। सैंकड़ों लोगों की भीड़ में अपने दावे फेल होता देख तांत्रिक युवक के शव को चंडीगढ़ लाने की बात कहने लगा। फिर कहने लगा कि अगर शव लाने में सक्षम नहीं हैं तो हवाई टिकट भेज दिजिए, मैं खुद पहुंचकर युवक को जीवित कर दूंगा। तंत्र मंत्र और अंधविश्वास का ये खेल सोमवार सुबह सात बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तक चलता रहा।
इस घटनाक्रम को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ उमड़ती जा रही थी। इस दौरान मृतक के परिजनों को भी तांत्रिक के झूठे दावे पर यकीन होने लगा। परिजनों को उम्मीद थी कि तांत्रिक महाराज जल्द ही मोनू को फिर से जिंदा कर देंगे।
ग्रामीणों के समझाने के बाद हुआ अंतिम संस्कार
लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी जब तांत्रिक के तंत्र मंत्र का कुछ परिणाम नहीं निकला तो ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने परिजनों को समझाया और शव को जलाने के लिए मनाया। घंटो तक झाड़फूंक के चक्कर में पड़े शव का अंतिम संस्कार किया गया।
वहीं, घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि नवीन कुमार पंडित अपने बेटे मोनू के साथ सकरा के बाजी गांव में चाय-नास्ता की दुकान चलाते थे। रविवार की दोपहर अचानक मोनू की तबीयत बिगड़ गई। इलाज के लिए उसे गांव के स्थानीय चिकित्सक के यहां लाया गया, लेकिन वो ठीक नहीं हुआ। उसे शहर के अस्पताल ले जाने के बजाय परिजन उसे एक तांत्रिक के पास झाड़फूंक के लिए ले गये थे। फिर देर रात जब उसकी हालत बिगड़ गई तो उसे शहर के अस्तपताल ले जाने लगे, पर रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया। स्थानीय लोगों का कहना था कि अगर समय रहते ही मोनू को अस्पताल पहुंचाया जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।