Covid 19 : मकर संक्रांति पर नहीं लगेगी आस्था की डुबकी, हरिद्वार आये तो हो सकती है फजीहत
Covid 19 : उत्तराखण्ड में कोविड महामारी का प्रकोप आस्था तक पहुंच गया है। मकर संक्रांति के मौके पर हरिद्वार की गंगा नदी (Ganga River) में कोरोना (Covid 19) के कारण श्रद्धालु इस बार आस्था की डुबकी नहीं लगा सकेंगे। प्रशासन ने मकर संक्रांति के मौके पर लगने वाले सालाना मेले पर इस बार प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में यदि श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के लिए हरिद्वार (Haridwar) का रुख किया तो उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
एसएसपी हरिद्वार डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया है कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए हरिद्वार में मकर संक्रांति के स्नान पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
उन्होंने आगामी मकर संक्रांति के स्नान पर्व को लेकर विस्तृत जानकारी देते हुए हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है मकर सक्रांति स्नान पर्व पर कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को देखते हुए मकर सक्रांति के स्नान को स्थगित कर दिया गया है।
कोरोनावायरस-"ओमीक्रोन" के लगातार बढ़ते मामलों के दृष्टिगत आगामी मकर संक्रान्ति पर्व को लेकर DIG/SSP हरिद्वार डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत द्वारा श्रद्धालुओं से की गई अपील ! pic.twitter.com/t3rFsfkd88
— Haridwar Police Uttarakhand (@haridwarpolice) January 11, 2022
उन्होंने बताया कि मकर सक्रांति के स्नान पर्व पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा हर की पैड़ी और उसके आसपास के सभी गंगा घाटों पर स्नान पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।
उन्होंने हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे हरिद्वार ना आएं। क्योंकि स्नान पर्व को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यहां आने पर उन्हें कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
रावत ने बताया कि मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर कोविड-19 की गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्यवाही भी की जा सकती है। दिक्कत से बचने के लिए लोग खुद ही हरिद्वार न आएं।