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कोविड -19

भारत में कहर बरपाती कोरोना की दूसरी लहर, 24 घंटों में 4200 मौतें और पॉजिटिव केसों की संख्या पहुंची 4 लाख पार

Janjwar Desk
8 May 2021 3:58 AM GMT
भारत में कहर बरपाती कोरोना की दूसरी लहर, 24 घंटों में 4200 मौतें और पॉजिटिव केसों की संख्या पहुंची 4 लाख पार
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(प्रतीकात्मक तस्वीर)

शुक्रवार को कोरोना के रिकॉर्ड 4,01,228 नए मामले सामने आए। इसके बाद संक्रमण के कुल मामले 2,18,86,611 हो गए, जबकि देश में 37 लाख से अधिक मरीज अब भी इस बीमारी की चपेट में हैं....

जनज्वार। कोरोना भयावहता के बीच सबसे बुरी हालत से भारत ही जूझ रहा है, सरकारी अव्यवस्थाओं और इलाज के अभाव में मरने वालों में भारतीयों का नंबर पहला होगा। कोरोना हर दिन अपना नया रूप दिखा रहा है। पिछले 24 घंटों में सिर्फ सरकारी आंकड़ों में दर्ज 4194 कोरोना मरीजों की मौत हुई है, जबकि यह आंकड़ा कई गुना ज्यादा होने की बात विशेषज्ञ कहते हैं।

भारत में कोरोना वायरस के कहर से अब हर दिन न सिर्फ केस बढ़ रहे हैं, बल्कि मौतों की संख्या भी उसी तादाद में बढ़ रही है। कोरोना की दूसरी लहर हर ​दिन नया रिकॉर्ड कायम कर रही है। एक दिन में देश में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 4194 कोविड मरीजों की मौत हुयी है,और 4 लाख से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में शुक्रवार को कोरोना के रिकॉर्ड 4,01,228 नए मामले सामने आए। इसके बाद संक्रमण के कुल मामले 2,18,86,611 हो गए, जबकि देश में 37 लाख से अधिक मरीज अब भी इस बीमारी की चपेट में हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 4194 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 2,38,268 हो गई है। लगातार बढ़ते मामलों के बीच सक्रिय मरीजों की संख्या 37,21,779 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.96 प्रतिशत है। जबकि, देश में स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर घटकर 81.95 प्रतिशत हो गई है। बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की कुल संख्या 1,79,17,085 हो गई है, जबकि बीमारी से मरने वालों की दर 1.09 फीसदी दर्ज की गई।

गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक एंड इवेल्यूऐशन (IHME) की स्टडी के दावे के मुताबिक कई देशों ने कोरोना मृतकों का आंकड़ा काफी कम करके दिखाया है। इसके अनुसार, कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए अमेरिका में 9 लाख से ज्यादा लोगों की संक्रमण की वजह से जान चली गई, जबकि सरकार ने यह आंकड़ा 5.7 लाख का बताया है। महामारी की वजह से दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा हुए भारत में कोरोना मृतकों का आंकड़ा 6.5 लाख बताया गया है, जबकि आधिकारिक रूप से यह 2.2 लाख ही है। इस हिसाब से तीन गुना ज्यादा लोगों की मौत कोरोना के चलते हुई है।

स्टडी के मुताबिक मैक्सिको ने जानकारी दी है कि उनके देश में कोरोना से 2.17 लाख लोगों की जान गई है, जबकि असल में यह संख्या 6.17 लाख है। वास्तविक आंकड़े सामने नहीं आने के पीछे वजह बताई गई है कि ज्यादातर देशों में वे ही मौतें दर्ज हो पाती हैं, जोकि अस्पतालों में होती हैं।

देशभर में एक दिन में जो सर्वाधिक मामले आये हैं उनमें 71.81 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत दस राज्यों से सामने आ रहे हैं। सबसे अधिक मामलों के दस राज्यों की सूची में कर्नाटक, केरल, बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और राजस्थान भी शामिल हैं। महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे अधिक 54,022 नए मामले आए। इसके बाद कर्नाटक में 48,781, जबकि केरल में संक्रमण के 38,460 नए मामले आए। अब तक 16,49,73,058 टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें से 66.84 प्रतिशत टीके महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, केरल, बिहार और आंध्र प्रदेश में लगाए गए हैं।

1 मई 2021 को कुल 392,562 नए केस और 3,688 मौतें हुयीं थीं, वहीं 2 मई को कुल नये केस 370,059 और 3,422 मौतें हुयीं थीं। 3 मई 2021 को 355,828 नए केस और 3,438 मौतें हुयीं थीं और 4 मई 2021 को 382,691 नए केस और 3,786 मौतों की पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा की गयी थी। 5 मई को देश में 4 लाख नये मरीजों का आंकड़ा पार हुआ था और इस दिन मौतों के आंकड़ा भी 4 हजार पहुंचा था। कुल मौतें सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 3,982 मौतें हुयीं।

6 मई को देश में 414,433 नए केस सामने आये और कुल मौतें 3,920 हुयीं। कल शुक्रवार 7 मई को 401,326 नए केस और 4,194 कोविड मरीजों की मौतें हुयीं।

यह आंकड़ा तब है जबकि ज्यादातर राज्यों में टेस्ट की रिपोर्ट में हफ्ते भर से ज्यादा का वक्त लग रहा है। अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि जब रिपोर्ट ही 1 हफ्ते में आयेगी तो यह आंकड़ा कितना ज्यादा होगा। शहरों में तो छोड़िये देहातों के श्मशान घाटों तक पर अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। जहां हर रोज बमुश्किल 2—4 अंतिम संस्कार किये जाते थे वहां यह आंकड़ा 100 के करीब पहुंच चुका है।

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