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कोविड -19

हमारे पिता की मौत चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई है, डीएम आवास पर शिक्षक पिता के शव को लेकर पहुँची बेटियाँ

Janjwar Desk
20 May 2021 7:52 AM GMT
हमारे पिता की मौत चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई है, डीएम आवास पर शिक्षक पिता के शव को लेकर पहुँची बेटियाँ
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पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी करते शिक्षक

शिक्षक की मौत से गुस्साये परिजन शव को लेकर सीधे बदायूँ डीएम के आवास पहुंच गये और जिलाधिकारी आवास के सामने धरने पर बैठ गये।

जनज्वार ब्यूरो। उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की मौत के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। रोज शिक्षकों की मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार चुनाव ड्यूटी के दौरान मरने वाले शिक्षकों की मौत को स्वीकार भी नहीं कर रही है। एक नया मामला बदायूँ जिले से सामने आया है।

बदायूं के उझानी में रहने वाले अध्यापक देशपाल सिंह ने उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में कादरचौक ब्लाक क्षेत्र में पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी की थी। चुनाव ड्यूटी के दौरान वे कोरोना संक्रमित हो गये थे। 1 मई को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। बीते दिनों हालत बिगड़ने पर उन्हें बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सिटी स्कैन की रिपोर्ट के अनुसार उनके फेफड़े काफी क्षतिग्रस्त हो चुके थे। मंगलवार 18 मई की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। शिक्षक की मौत से गुस्साये परिजन शव को लेकर सीधे बदायूँ डीएम के आवास पहुंच गये। शिक्षक का परिवार जिलाधिकारी आवास के सामने धरने पर बैठ गया। मौके पर सदर तहसीलदार पहुंचे और उन्होंने शिक्षक के परिजनों से बात की। शिक्षक की बेटियों ने मांग की है कि उनके पिता की मृत्यु को चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई मृत्यु माना जाये। उनके परिवार को इसी के अनुरूप मुआवजा दिया जाये।

शिक्षक संघ की सूची के अनुसार बदायूं में अब तक 14 शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी में कोरोना संक्रमित होने के कारण हुई है मौत-

प्राथमिक शिक्षक संघ के द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार बदायूं में अब तक 14 शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित होने के कारण मौत हुई है। प्राथमिक संघ की सूची के अनुसार ही पूरे प्रदेश भर में 1621 शिक्षकों की मौत चुनाव में ड्यूटी के दौरान कोरोना से संक्रमित होने के कारण हुई है। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार पूरे राज्य में सिर्फ 3 शिक्षकों की मौत को चुनाव ड्यूटी के दौरान हुई मौत मान रही है।

आपको बता दें 18 मई को उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा एक प्रेस नोट जारी किया गया था। इसमें चुनाव ड्यूटी में कोरोना के कारण मरने वाले शिक्षकों की संख्या सिर्फ 3 बताई गई है। शिक्षकों की मौत पर बेसिक शिक्षा विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी सिर्फ 3 शिक्षकों की मृत्यु को ही चुनाव ड्यूटी के दौरान कोरोना के कारण हुई मृत्यु मान रहे हैं। जिस दिन उत्तर प्रदेश के मंत्री झूठे दावे कर रहे थे उसी दिन बदायूं में मृतक शिक्षक की बेटियाँ बदायूं के जिलाधिकारी के आगे प्रदर्शन कर न्याय की गुहार लगा रहीं थीं।


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