कवि वरवर राव का कोविड 19 टेस्ट आया पॉजिटिव, दो दिन पहले ही लगाई थी जमानत की गुहार
भीमा कोरेगांव हिंसा के लिए आरोपी बुजुर्ग सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक वरवर राव : लंबे समय से हैं जेल में बंद
मुबंई। एल्गर परिषद के मामले में आरोपी कवि और सामाजिक कार्यकर्ता वरवर राव कोविड 19 से संक्रमित पाए गए हैं। वरवरा राव का कोविड 19 टेस्ट पॉजिटिव आया है। 81 साल के वरवर राव ने सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से गुहार लगाई थी कि उनकी बिगड़ती मेडिकल स्थिति और कोविड 19 महामारी के चलते उन्हें अस्थायी जमानत दी जाए लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं दी गई थी।
एल्गर परिषद के माओवादी लिंक के आरोप में राव को कार्यकर्ता आनंद तेलतुंबडे और आठ अन्य कार्यकर्ताओ के साथ गिरफ्तार किया गया था। उन्हें पुणे पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था और बाद में मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी को ट्रांसफर कर दिया गया था।
राव को 13 जुलाई को तलोजा सेंट्रल जेल से अस्पताल ले जाया गया और गिडनेस की शिकायत के बाद न्यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था। उन्हें राज्य संचालित जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इससे पहले जेजे अस्पताल के डीन डॉ रणजीत मनकेश्वर ने द हिंदू से बातचीत में कहा था, 'उनमें कोविड का कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। उनकी हालत स्थिर हैं और उन्हें दूसरे अस्पताल को ट्रांसफर किया जाएगा क्योंकि वह एक गैर कोविड अस्पताल में हैं।'
14 जुलाई को जेजे के सुपरिटेंडेंट डॉ. संजय सुरासे ने कहा था कि राव पर किए जाने वाले कुछ परीक्षणों और जांच की आवश्यकता है। उन्होंने किसी भी अधिक विवरण का खुलासा करने से इनकार कर दिया था। सत्र अदालत द्वारा उनकी अंतरिम मेडिकल जमानत की अस्वीकृति के खिलाफ राव की अपील पर 17 जुलाई को बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई होगी।