ABG Shipyard Bank Fraud : कांग्रेस का BJP पर हमला, ये है मोदी सरकार की 'लूट एंड एस्केप' नीति
मोदी सरकार 'लूट एंड एस्केप' नीति पर कर रही है काम।
ABG Shipyard Bank Fraud : पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में ABG ग्रुप ( ABG Shipyard ) का बैंकिंग घोटाला सामने ( Bank Fraud Case ) आने के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार के 7 साल के कार्यकाल में बैंको के एनपीए (Non Performing Asset) में तेजी से बढ़ोतरी हुई हैं। बैंक धोखाधड़ी करने वालों के लिए 'लूट एंड एस्केप' की योजना मोदी सरकार की प्रभावी रणनीति में से एक है।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ( Randeep Surjewala ) ने रविवार को ट्वीट कर इस मामले को लेकर मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा 2,20,00,00,00,842 सार्वजनिक धन की ठगी हुई है। यह मोदी सरकार की निगरानी में हुई 75 साल में भारत की सबसे बड़ी बैंक धोखाधड़ी है। बीते 7 सालों में रुपए 5,35,000 करोड़ की 'बैंक धोखाधड़ी' ने हमारी 'बैंकिंग प्रणाली' को बर्बाद कर दिया है। सुरजेवाला ने अपने ट्विट में स्टेटमेंट की कॉपी भी साझा की है। जानकारी के मुताबिक बीते 7 सालों में बैंकिंग उद्योग से 5.35 लाख करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हो चुकी है। जिसका अर्थ ये है कि कुछ लोग बैंकों का 5 लाख 35 हजार करोड़ रुपए लेकर गायब हो गए हैं।
अब तक 8 लोग गिरफ्तार
सीबीआई ने ABG ग्रुप ( ABG Shipyard Bank Fraud ) द्वारा बैंकों के साथ धोखाधड़ी का आंकड़ा इतना बड़ा है कि बैंकिंग घोटाले के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। इस मामले में अबतक 8 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। सीबीआई ( CBI ) ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द ही जांच में दूसरी एजेंसियां भी शामिल हो सकती हैं।
ABG Shipyard Bank Fraud : क्या है एबीजी बैंक फ्रॉड
एसबीआई के अनुसार एबीजी कंपनी ने बैंक से 2925 करोड़ रुपए कर्ज लिया था। ICICI बैंक से 7089 करोड़, IDBI द्वारा 3634 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा से 1614 करोड़, पीएनबी से 1244 करोड़ और IOB से 1228 करोड़ रुपए का कर्ज ले रखा है। अब कर्ज का भुगतान कंपनी नहीं कर रही है। सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि यह धोखाधड़ी फंड के डायवर्जन, वित्तीय अनियमितता और बैंक के फंड की कीमत पर गैरकानूनी गतिविधियों के जरिए की गई है।
एसबीआई ( SBI ) की शिकायत के आधार पर सीबीआई ( CBI ) ने एबीजी शिपयार्ड और उनके निदेशकों पर FIR दर्ज किया है। एबीजी शिपयार्ड और उनके निदेशकों पर कथित तौर पर 28 बैंकों से 22,842 करोड़ रुपए धोखाधड़ी (Bank Scam 2022) का आरोप लगा है।