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Chinese Loan Apps Case: PayTM, Razorpayऔर Cashfree के परिसरों पर ईडी मारा छापा , किए 17 करोड़ जब्त

Janjwar Desk
3 Sept 2022 9:30 PM IST
Chinese Loan Apps Case: PayTM, Razorpayऔर Cashfree के परिसरों पर ईडी मारा छापा , किए 17 करोड़ जब्त
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Chinese Loan Apps Case: शनिवार को ED ने पेटीएम, रेजरपे और कैश फ्री जैसी कंपनियों पर छापेमारी की जो चीनी स्वामित्व वाली कंपनियों द्वारा अनधिकृत रूप से चलाए जा रहे थे । यह कंपनियां लोन ऐप पर लेनदेन की सुविधा प्रदान करते करती थी।

Chinese Loan Apps Case: शनिवार को ED ने पेटीएम, रेजरपे और कैश फ्री जैसी कंपनियों पर छापेमारी की जो चीनी स्वामित्व वाली कंपनियों द्वारा अनधिकृत रूप से चलाए जा रहे थे । यह कंपनियां लोन ऐप पर लेनदेन की सुविधा प्रदान करती थी। इनमें से कुछ कंपनियों को अवैध रूप से सट्टेबाजी में शामिल होने की बात भी कही जा रही है। पूरी जानकारी ED ने शनिवार को देते हुए कहा कि वह पेटीएम, रेजरपे और कैश फ्री के बेंगलुरु स्थित छह ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। संघीय जांच एजेंसी(FIA) ने कहा है कि उसने छापेमारी के दौरान चीन के लोगों के द्वारा नियंत्रित संस्थाओं के बैंक खातों में रखे गए 17 करोड़ रुपये को जब्त कर लिया है।

विस्तार

Enforcement Directorate(ED) ने शनिवार को बताया की वह Prevention of Money Laundering(PML)Act 2002 के तहत कर्नाटक के बेंगलुरू में छह ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। ED लगातार इस मामले के तह तक पहुंचने की कोशिश में जुटी हुई है। ईडी ने यह छापेमारी चाइनीज लोन एप केस के जांच के दौरान की है। ईडी ने बताया की वह अभी ऑनलाइन पेमेट गेटवे कंपनियों रेजरपे (Razorpay), पेटीएम (Paytm) और कैश फ्री (Cash Free) के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

ED ने की 6 चाइनीज ठिकानों पर छापेमारी

बता दे की ईडी (Enforcement Directorate) के अनुसार छापेमारी की यह कार्रवाई शुक्रवार 2 सितम्बर को बेंगलुरु के छह ठिकानों पर शुरू की गई है जिसमे ईडी को सफलता भी मिल रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बताया है की यह छापेमारी अब भी जारी है और जल्द ही इसके जड़ तक पहुंच जायेंगे। संघीय जांच एजेंसी ने कहा कि उसने छापेमारी के दौरान मर्चेंट आईडी और चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित संस्थाओं के बैंक खातों में रखे गए 17 करोड जब्त किए है।

RBI के दिशानिर्देशों का किया उल्लंघन

ईडी एक ऐसे मामले की जांच कर रहा है जहां गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और उनके फिनटेक भागीदारों ने कथित तौर पर आरबीआई के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए लुटेरों ने उधार देने का सहारा लिया। एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया कि पूछताछ शुरू होने के बाद इनमें से कई कंपनियों ने दुकान बंद कर दी और फिनटेक कंपनियों के माध्यम से बड़ी मात्रा में पैसों को क्रिप्टो करेंसी में संपत्ति खरीदने के लिए भेज दिया गया है, जिसे विदेशों में उपयोग किए जायेंगे। हाल ही में सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी वज़ीरएक्स की तलाशी ली गई जिसमे उसने 64 करोड़ रुपए जमा किए गए।

चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित है ये कंपनियां

ईडी के अनुसार गेटवे और बैंकों के पास रखे गए विभिन्न मर्चेंट आईडी व खातों के माध्यम से अवैध व्यवसाय चला रही थीं, जो ED के जांच के दौरान पता चला है। ईडी का कहना है कि रेजोरपे प्राइवेट लिमिटेड, कैशफ्री पेमेंट्स और पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड जैसी कंपनियों अवैध रूप से अपना व्यवसाय चला रही थी।पूरी जानकारी परिसरों की तलाशी के दौरान सामने आई है । ईडी ने यह भी बतााया की ये कंपनियां चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित और संचालित होती है

बेंगलुरु पुलिस साइबर क्राइम स्टेशन में दर्ज हुए हैं 18 मनी लाउन्ड्रिंग मामले

जैसे जैसे ED की जांच बढ़ते गई वैसे वैसे इससे जुड़े तमाम मामले भी सामने लगा। ईडी का कहना है की बेंगलुरु साइबर क्राइम स्टेशन के 18 मनी लाउन्ड्रिंग मामले के तहत यह छापेमारी चल रही है। इस तरह के एफआईआर कई संस्थाओं और व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में आरोपितों पर छोटी राशि के लोन की वसूली के लिए भी उत्पीड़न करने के आरोप लगाए गए है।

गलत पते पर करती है काम ये कंपनियां

ईडी ने MCA की वेबसाइट पर दिए गए पता को भी फर्जी बताते हुए कहा की ये संस्थाएं अनेको मर्चेंट आईडी व खातों के माध्यम से अवैध रूप से आय अर्जित करती है।साथ ही ED ने यह भी कहा है कि जांच के दौरान पता चला है कि ये संस्थाएं विदेशो में बैठकर गलत पते पर काम करती है।

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