डॉलर के मुकाबले रुपया पहली बार 83 के पार, 24 माह में 10% कमजोर हुआ रुपया
डॉलर के मुकाबले रुपया पहली बार 83 के भी पार, रुपया कमजोर नहीं डॉलर मजबूत हो रहा
Rupees Vs Dollar : वैश्विक बाजारों में डॉलर के मजबूत होने और विदेशी निवेशकों की तरफ से लगातार की जा रही बिकवाली के बीच बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया ( Rupees Vs Dollar ) 61 पैसे गिरकर पहली बार 83 रुपए के स्तर से नीचे चला गया। इसका सीधा असर कच्चे तेल की कीमतों पर हुआ है। कहने का मतलब यह है कि डॉलर के मुकाबले रुपए के गिरने का सिलसिला जारी है और त्योहारी सीजन में महंगाई ( inflation ) की आशंका पहले से ज्यादा बढ़ गई है।
एक दिन पहले डॉलर के मुकाबले रुपया ( Rupees Vs Dollar ) अपने पिछले 82.36 की तुलना में 82.3062 पर खुलने के बाद अब तक के सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। बुधवार को एक अस्थिर कारोबारी सत्र में ग्रीनबैक के मुकाबले घरेलू मुद्रा 83.02 के नए इंट्रा-डे रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिर गई। विदेशी बाजारों में डॉलर की मजबूती के बीच बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पहली बार 61 पैसे टूटकर 83 अंक से नीचे आया है। कारोबारियों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और निवेशकों के बीच जोखिम-प्रतिकूल भावना ने स्थानीय मुद्रा को प्रभावित किया।
रुपए में जारी गिरावट को लेकर ट्रेडर्स का कहना है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और निवेशकों के बीच रिस्क-एवर्स सेंटीमेंट का असर लोकल करेंसी पर पड़ा है। विगत दो साल में रुपया 10 प्रतिशत से ज्यादा गिर चुका है। नवंबर 2021 में डॉलर के मुकाबले रुपया लगभग 73.90 पर था। जुलाई में ये पहली बार 80 के पार पहुंचा था।
सीतारमण पर तंज - रुपया कमजोर नहीं डॉलर मजबूत हो रहा
Rupees Vs Dollar : ट्रेडर्स रुपए के वर्तमान रुख पर तंजिया लहजे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कस रहे हैंं। ट्रेडर्स का कहना है कि चिंता नहीं कीजिए, रुपया कमजोर नहीं मजबूत हो रहा है। दरअसल, 16 अक्टूबर को डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होते रुपए पर अमेरिका में बयान दिया था। सीतारमण ने कहा था कि रुपया कमजोर नहीं, बल्कि डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है।