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देश के लघु और मध्यम उपक्रम हुए नष्ट, बड़ी कंपनियां और बैंक भी भारी संकट में

Janjwar Desk
9 July 2020 1:30 AM GMT
देश के लघु और मध्यम उपक्रम हुए नष्ट, बड़ी कंपनियां और बैंक भी भारी संकट में
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पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारत का आर्थिक कुप्रबंधन एक त्रासदी है, जो लाखों परिवारों को तबाह करने वाला है, इसे अब चुपचाप स्वीकार नहीं किया जाएगा....

दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को आर्थिक संकट को लेकर मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि छोटे और मध्यम उद्यम नष्ट हो गए हैं और बड़ी कंपनियां व बैंक भी संकट में हैं। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, 'लघु एवं मध्यम उपक्रम नष्ट हो गए हैं। बड़ी कंपनियां गंभीर संकट में हैं। बैंक भी संकट में हैं।' उन्होंने देश की आर्थिक समस्याओं पर सरकार को चेतावनी देने के बारे में अपने पिछले वीडियो को भी साझा किया।

कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैंने कुछ महीने पहले कहा था कि आर्थिक सुनामी आ रही है। भाजपा एवं मीडिया ने देश को सच्चाई के बारे में आगाह करने के लिए मेरा मजाक बनाया था।'

राहुल गांधी ने मंगलवार 7 जुलाई को उन रिपोर्ट्स पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिनमें कहा गया था कि आर्थिक मोर्चे पर भारतीयों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और महामारी के दौरान 10 में से आठ परिवारों की आय पर बुरा असर पड़ा है। उन्होंने आर्थिक कुप्रबंधन से लाखों लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना की।

उन्होंने कहा, 'भारत का आर्थिक कुप्रबंधन एक त्रासदी है, जो लाखों परिवारों को तबाह करने वाला है।' उन्होंने कहा कि इसे अब चुपचाप स्वीकार नहीं किया जाएगा। राहुल गांधी शिकागो विश्वविद्यालय और सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के शोध को उद्धृत कर रहे थे, जिसमें कहा गया है कि 80 प्रतिशत ग्रामीण और 75 प्रतिशत शहरी परिवारों को आय में नुकसान हुआ है।

राहुल गांधी लगातार मांग कर रहे हैं कि सरकार को देश में न्याय योजना को लागू करते हुए प्रत्येक परिवार को 7,500 रुपये का नकद हस्तांतरण सुनिश्चित करना चाहिए। कांग्रेस ने मंगलवार 7 जुलाई को एक बयान में कहा कि देश ने लगभग 13 करोड़ घरेलू नौकरियों को खो दिया है, जिससे कई राज्यों में बेरोजगारी का आंकड़ा 40 फीसदी तक पहुंच गया है।

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