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शिक्षा

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर ने किया AISA से जुड़े दलित छात्र का उत्पीड़न और मारपीट, पुलिस प्रशासन ने भी दिया आरोपी का साथ

Janjwar Desk
18 Oct 2023 2:45 PM GMT
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर ने किया AISA से जुड़े दलित छात्र का उत्पीड़न और मारपीट, पुलिस प्रशासन ने भी दिया आरोपी का साथ
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Allahabad University : छात्र बिल्कुल अनुशासित रहकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए अपने दो साथी छात्रों परास्नातक छात्र हरेंद्र कुमार और शोध छात्र मनीष कुमार का निलंबन वापस लेकर उन्हें परीक्षा में बैठने देने की अनुमति चाहते थे और कैम्पस लोकतंत्र की मांग कर रहे थे...

लखनऊ । इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अपने साथ पढ़ने वाले छात्रों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने पर आइसा के अध्यक्ष और दलित छात्र विवेक को प्रॉक्टर राकेश सिंह द्वारा जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए लाठी से पीटने का आरोप है। इससे संबंधित ​वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसके अलावा प्रॉक्टर राकेश सिंह द्वारा छह प्रदर्शनकारी छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया गया है जिसका भाकपा माले ने दोहरा अन्याय बताते हुए विरोध किया है।

भाकपा माले ने आरोपी प्रॉक्टर राकेश सिंह को पद से फौरन बर्खास्त करने, एससी-एसटी एक्ट लगाकर गिरफ्तार करने और आंदोलनकारी छात्रों पर कर्नलगंज (प्रयागराज) थाने में कायम कराए गए फर्जी मुकदमे को वापस लेने की मांग की है। साथ ही छात्रों के निलंबन पर इलाहाबाद विवि प्रशासन से पुनर्विचार करने की अपील भी की है।

माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि पुलिस की उपस्थिति में छात्र विवेक कुमार की प्रॉक्टर द्वारा लाठी से बुरी तरह पीटने का मंगलवार 17 अक्टूबर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। छात्र बिल्कुल अनुशासित रहकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए अपने दो साथी छात्रों परास्नातक छात्र हरेंद्र कुमार और शोध छात्र मनीष कुमार का निलंबन वापस लेकर उन्हें परीक्षा में बैठने देने की अनुमति चाहते थे और कैम्पस लोकतंत्र की मांग कर रहे थे।

सुधाकर यादव ने कहा, इलाहाबाद यूनिवर्सिभ् के प्रॉक्टर राकेश सिंह ने छात्रों की मांगों पर विचार करने के बजाय दबंगई व गुंडागर्दी का प्रदर्शन किया। प्रॉक्टर का अपने ही छात्रों के साथ इस तरह का व्यवहार घोर आपत्तिजनक व आपराधिक है। घटना के तुरंत बाद दोषी प्रॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने के लिए छात्रों ने कर्नलगंज थाने का घेराव किया, मगर पुलिस प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। उल्टे दुर्व्यवहार के शिकार छात्रों के खिलाफ ही प्रॉक्टर द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों पर मुकदमा दर्ज कर दिया। माले नेता ने इसकी जांच की भी मांग की है।

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