भर्ती परीक्षा में धांधली की CBI जांच की मांग कर रहे युवाओं पर चला धामी की पुलिस का डंडा, दर्जनों घायल छात्र हुए बेहोश-300 से ज्यादा गिरफ्तार
भर्ती परीक्षा में धांधली की CBI जांच की मांग कर रहे युवाओं पर चला धामी की पुलिस का डंडा, दर्जनों घायल छात्र हुए बेहोश-300 से ज्यादा गिरफ्तार
Dehradun news : उत्तराखण्ड में भर्ती परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करने वाले युवाओं पर उत्तराखण्ड पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक इस लाठीचार्ज में अनगिनत छात्र बेहोश हो गये और 300 युवाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि भर्ती परीक्षाओं में धांधली की सीबीआई जांच की मांग कर रहे युवाओं का प्रदर्शन आज 9 फरवरी को उग्र हो गया। बेरोजगारों ने कल 8 फरवरी की रात को पुलिसिया बर्बरता की कार्रवाई का विरोध करते हुए आज 9 फरवरी को राजपुर रोड जाम कर दिया था।
आक्रोशित युवाओं ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर उन्हें दौड़ा दिया और पीएसी की मदद से लाठीचार्ज कर युवाओं को तितर-बितर किया। पुलिस का कहना है कि आक्रोशित युवा नहीं माने तो हमें 300 युवाओं को गिरफ्तार कर सुद्धोवाला जेल भेजना पड़ा। इस प्रदर्शन में कई युवाओं को गहरी चोटें आयीं और कई युवा बेहोश भी हुए।
जानकारी के मुताबिक छात्रों की तरफ से किये गये पथराव में कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आयी हैं। पुलिस का दावा है कि युवाओं की पत्थरबाजी से कई दुकानों और पुलिस के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है।
भाकपा माले नेता इंद्रेश मैखुरी कहते हैं, 'सत्ता के अहंकार में धामी सरकार युवाओं का उत्पीड़न कर रही है।'
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर का कहना है, 'गांधी पार्क के पास युवा प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन उनके बीच कुछ बाहरी तत्व भी शामिल हो गए और उन्होंने पुलिस पर पथराव किया। इससे पुलिस और आम लोगों के वाहन और दुकानें तो क्षतिग्रस्त हुए ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी भी घायल हो गए। सीसीटीवी फुटेज खंगालकर इन बाहरी तत्वों की पहचान की जा रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।'
जोशीमठ बचाओ आंदोलन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता पुलिसिया बर्बरता का विरोध करते हुए कहते हैं, 'सामान्य सी मांग ..रोजगार! भर्ती परीक्षा में पारदर्शिता! भर्ती परीक्षा के घोटालों की सीबीआई जांच! इसके लिये यह सलूक? इसको समय पर सुनने समाधान निकालने के बजाय अपराधियों के बचाव की कोशिश! शर्मनाक! सत्ता के घमंड का नंगा नाच।'
गौरतलब है कि छात्र हाईकोर्ट के जज की निगरानी में भर्तियों में धांधली की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा छात्रों की मांग है कि नकलरोधी कानून आने तक कोई भी भर्ती परीक्षा न हो। 12 फरवरी को होने वाली पटवारी भर्ती परीक्षा टाली जाए। नकलचियों के नाम सार्वजनिक किए जाएं और आयोग के अधिकारियों-कर्मचारियों की निष्पक्ष जांच हो।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश सिंहकहते हैं, लोक सेवा चयन आयोग और अधीनस्त सेवा चयन आयोग की ओर से करवाई गई सभी परीक्षाओं में जमकर धांधली हुई है। धांधली की वजह से तमाम परीक्षाएं निरस्त हुई हैं। पुलिस, पटवारी, वन क्षेत्राधिकारी, लोअर पीसीएस, अपर पीसीएस, आरओ, एआरओ, पीसीएस जे, प्रवक्ता एई, जेई की परीक्षाएं दे चुके युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। ऐसे में परीक्षा नियंत्रकों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए।
युवाओं पर लाठीचार्ज के बाद ADG Law & Order वी. मुरुगेशन ने बयान जारी किया है, 'आंदोलनकारी युवा अपनी मांगों के संबंध में प्रदर्शन शांतिपूर्ण एवं संवैधानिक तरीके से आयोजित करें। किसी के बहकावे में आकर हिंसक प्रदर्शन ना करें।'
वहीं मुख्यमंत्री धामी ने ट्वीट किया है, 'युवाओं से किए गए वादे के अनुरूप हमारी सरकार ने देश का सबसे सख्त "नकल विरोधी कानून" लाने का फैसला किया है। इस हेतु संबंधित अध्यादेश को मैंने अपनी अनुमति प्रदान कर अग्रेतर कार्यवाही के लिए भेज दिया है। हम नकल माफिया को प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे।'