13 गरीब बच्चियों को निशुल्क साईकिल वितरित, अब नहीं जाना पड़ेगा 5-10 किलोमीटर दूर पैदल स्कूल-कॉलेज
वाराणसी। जनमित्र न्यास/मानवाधिकार जननिगरानी समिति (JMN/PVCHR) द्वारा भारतीय मूल की स्वीडन निवासिनी सुश्री पारुल शर्मा राजदुलारी फाउंडेशन एवं 200 स्वीडिश डोनर्स के आर्थिक सहयोग से 13 लड़कियों को वाराणसी स्थित अपने संस्था कार्यालय पर साईकिल भेंट की।
संस्था के निदेशक डॉ. लेनिन रघुवंशी ने इस मौके पर कहा कि उनकी संस्था द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर और दलित समुदाय से सम्बद्ध हाईस्कूल, इंटरमीडिएट एवं उच्च शिक्षा से जुड़ीं 13 लड़कियों को साईकिल देकर उनके स्कूल और कॉलेज पहुंचने और शिक्षा पाने के रास्ते को सुगम बनाने का प्रयास किया गया है।
साईकिल पाकर आर्थिक रूप से कमजोर इन लड़कियों की खुशी की कोई सीमा नहीं थी। ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें पंख मिल गये हों, जिसके सहारे वे अपनी उड़ान भर मंजिल पर आसानी से पहुँच जाएंगी।
जिन लड़कियों को साईकिल दी गयी, उनमें से कई लड़कियों के घर से स्कूल कॉलेज की दूरी लगभग पांच और किसी की दस किलोमीटर भी है। ऑटो का किराया होने पर ही वे ऑटो से स्कूल-कॉलेज जा पाती हैं, अन्यथा ज्यादातर उन्हें पैदल ही जाना पड़ता है। निम्न आर्थिक तबके से होने के कारण इन लड़कियों के परिवार वाले बमुश्किल उन्हें स्कूल—कॉलेज भेजने को राजी हुए हैं, ऐसे में यदि साधन या किराये की मांग ये बच्चियां करेंगी तो उन्हें साफतौर पर पढ़ाई छोड़ देने के लिए कह दिया जाता है। कई बार स्कूल कॉलेज देर से पहुंचने के कारण भी लड़कियों को सजा और डांट पड़ती है।
संस्था की मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी ने कहा, साईकिल इन लड़कियों के आत्मनिर्भर, शिक्षित और जानकार होने की पहली शर्त को पूरा करने बहुत बड़ी मददगार बनेगी।
इस मौके पर संस्था की कार्यक्रम निदेशक शिरीन शबाना खान, महासचिव जय कुमार मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ सहयोगी रिंकू पाण्डेय, सुशील चौबे, कार्यकर्ता मंगला राजभर, छाया कुमारी, ज्योति गौड़, राजेन्द्र प्रसाद, अरविंद कुमार, शोभनाथ, और सोमारू मौजूद रहे।