JNU में जारी विवाद और गहराया, अब हिंदू रक्षा दल ने मेन गेट पर लिखे कम्युनिस्ट भारत छोड़ो, जानें गृह मंत्री ने क्या कहा?
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JNU Row : देश की राजधानी स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में ब्राह्मण विरोध के बाद अब कम्युनिस्ट पार्टी भारत छ़ोड़ो तक पहुंच गया है। चिंता की बात ये है कि यह मामला अब यहीं तक सीमित नहीं रहा। कुछ लोग ऐसे भी जिन्होंने मांग की है कि जेएनयू में लगातार विवाद को देखते हुए उसे बंद कर देना चाहिए, तो मनोज मुंतशिर वे वीडियो जारी कर ब्राह्मण विरोधियों को नसीहत देते हुए उसकी अहमियत बताने का प्रयास किया है।
वहीं जेएनयू ( JNU ) के मेन गेट पर हिंदू रक्षा दल ( Hindu Raksha Dal ) ने कम्युनिस्टों भारत छोड़ो के नारे लिखे हैं। हिंदू रक्षा दल ने कम्युनिस्टों की तुलना आतंकी संगठन ISIS से की है। दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने कहा कि वे लोग हमारे खिलाफ नारे लिखकर छिप गए थे, लेकिन हम डटकर खड़े हैं। जिसमें हिम्मत हो, हमसे आकर बात करें।
हिंदू रक्षा दल ( Hindu Raksha Dal ) ने कहा कि हमने सभी का सम्मान किया है, लेकिन सम्मान का गलत फायदा न उठाया जाए। सम्मान का गलत फायदा उठाने का ही कारण है कि ये लोग दीवारों पर लिख रहे हैं। भारत ये छोड़ेंगे। भारत विरोधी गतिविधियां करने वाले लोग भारत छोड़ें। हित में अगर सबसे बड़ा ऋण है तो वो ब्राह्मण का है। वो ब्राह्मण, जो ज्ञानी है, विद्वान है। आज केवल जातियों में बांटने में काम किया जा रहा है। हर हिंदू ज्ञानी है। हर हिंदू ब्राह्मण है। ये बात सबको सोच लेना चाहिए।
जेएनयू विवाद ( JNU controversy ) पर दखल देते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने मामले को तूल देते हुए कहा कि ये साजिश का हिस्सा लगते हैं। इस तरह की घटनाएं बहुत घातक है। ऐसी मानसिकता को सख्ती से कुचलना की जरूरत है। गृहमंत्री अनिल विज पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
टुकड़े-टुकड़े गैंग और गजवा-ए-हिंद की सांठगाठ
MCD Chunav 2022 : जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण और बनियों के खिलाफ लिए गए विवादित नारों पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जेएनयू टुकड़े-टुकड़े गैंग चलाने वाले राजनीतिक दलों का अड्डा बनता जा रहा है। टुकड़े-टुकड़े गैंग और गजवा-ए-हिंद की सांठगाठ देश में चल रही है। वे देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वे भारत में अपने मकसद को सफल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता आती रहेगी जाती रहेगी लेकिन सनातन धर्म की परिभाषा बदलने की कोशिश सदन में बैठे लोगों नहीं करनी चाहिए।
बता दें कि 30 नवंबर 32022 जेएनयू की दीवारों पर लाल रंग से नारे लिखे गए थे - ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो। ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं। तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा। शाखा लौट जाओ। धमकियों भरे ये नारे किसने लिखे थे अब तक पता नहीं चल सका है, लेकिन एबीवीपी का आरोप है कि वामपंथियों ने 30 नवंबर को यह नारा दिया था।