NEET 2022 Topper Tanishka : तनिष्का के टाॅपर होते ही सभी कोचिंग सेंटरों में उसे अपना स्टूडेंट बताने की लगी होड़, इस चार सौ बीसी के खेल को विस्तार से समझिये
NEET Topper Tanishka : तनिष्का के टाॅपर होते ही सभी कोचिंग सेंटरों में उसे अपना स्टूडेंट बताने की लगी होड़, इस चार सौ बीसी के खेल को विस्तार से समझिये
NEET Topper Tanishka : एनटीए ने नीट यूजी का रिजल्ट (NEET Result 2022) जारी कर दिया है, जिसके अनुसार हरियाणा की तनिष्का ने रैंक 1 प्राप्त कर टॉपर (NEET Topper 2022) होने का खिताब अपने नाम किया है। तनिष्का ने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर नीट टॉपर्स लिस्ट 2022 में पहला स्थान प्राप्त किया है। तनिष्का को 720 में से 715 का स्कोर प्राप्त हुआ है और उन्होंने 99.99 पर्सेंटाइल हासिल किया है। बात अगर उनके सभी विषयों में परफॉर्मेंस की हो तो उन्हें फिजिक्स में 99.96 पर्सेंटाइल, केमिस्ट्री में 99.99 पर्सेंटाइल और बायोलॉजी में 99.98 पर्सेंटाइल प्राप्त हुआ है।
तनिष्का सेल्फ स्टडी पर करती हैं भरोसा
'हिंदुस्तान टाइम्स' की खबर के अनुसार तनिष्का ने अपनी सफलता के मंत्र को शेयर करते हुए कहा कि वह यदुवंशी शिक्षा निकेतन, नारनौल से 10वीं कक्षा पूरी करने के बाद राजस्थान के कोटा चली गई थी। नीट टॉपर ने कक्षा 10 में 96.4% और कक्षा 12 में 98.6% अंक प्राप्त किए थे।
तनिष्का ने कहा है कि 'मुझे एक संस्थान में कोचिंग कक्षाओं में भाग लेने के अलावा, मैं कोचिंग क्लास के छह से सात घंटे बाद सेल्फ स्टडी पर फोकस करती थी। मेरे दादा-दादी मेरे आदर्श हैं और उन्होंने मुझे इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रेरित किया। मेरे माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य कभी भी मुझ पर परीक्षा पास करने का दबाव नहीं बनाते थे। उन्होंने हमेशा मुझे सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। मैं ग्रामीण पृष्ठभूमि से आती हूं और मैं कह सकती हूं कि ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों में अपार संभावनाएं हैं, उन्हें केवल अच्छी दिशा और माहौल की जरूरत है।'
तनिष्का के सफलता का श्रेय लेने की लगी होड़
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में देशभर में टॉपर रही हरियाणा, महेंद्रगढ़ जिला के गांव मिर्जापुर बाछौद की बेटी तनिष्का की सफलता पर कब्जा करने के लिए बाजार के रास्ते शिक्षण संस्थानों ने हमला कर दिया है। एक राष्ट्रीय अखबार ने लिखा है कि यदुवंशी स्कूल की तनिष्का ने देश में टॉप किया जबकि वह इस स्कूल से 10 वीं पास करने के बाद राजस्थान कोटा में नीट परीक्षा की तैयारी में जुट गई थी। वहां उसने कक्षा 11 वी की पढ़ाई के लिए डीडीपीएस स्कूल में दाखिला लिया। इसलिए वहां के अखबार एवं चैनल उसे इसी स्कूल की छात्रा बता रहे हैं।
सभी कोचिंग अपनी स्टूडेंट होने का कर रहे हैं दावा
इसी दौरान कोटा में नीट परीक्षा की तैयारी करवाने वाले कोचिंग सेंटर भी साम दंड भेद से तनिष्का को अपनी स्टूडेंट होने का दावा करने में जुट गए हैं। मीडिया में एलन (ALLEN) कोचिंग द्वारा तनिष्का को अपनी स्टूडेंट बताया जा रहा है। हालांकि सफतला के बाद जो तस्वीर सामने आई है, उसमें तनिष्का एलन कोचिंग की टीशर्ट पहने हुए दिखाई दे रही है। वहीं कुछ और कोचिंग ने भी इसी तरह के दावे किए है और मीडिया में तनिष्का को अपनी कोचिंग का स्टूडेंट बताकर विज्ञापन कर रहे हैं। आकाश कोचिंग सेंटर ने भी तनिष्का को अपनी छात्रा बताते हुए प्रचार किया है। साथ ही नारायण एजुकेशन इंस्टिट्यूट ने भी तनिष्का को अपनी स्टूडेंट बताया है और अपने इंस्टिट्यूट से पढ़कर टॉप करने का दावा किया है।
तमाम कोचिंग की स्टूडेंट कैसे हो सकती है तनिष्का ?
अब सवाल यह उठता है कि टॉपर सिर्फ एक है, वो है तनिष्का। वहीं तनिष्का का एक तरफ कहना है कि वह सेल्फ स्टडी से इस मुकाम तक पहुंची है। दूसरी तरफ तमाम कोचिंग सेंटर और इंस्टीटूट्स तनिष्का को अपनी स्टूडेंट बता रहे हैं तो एक ही टॉपर अलग-अलग कोचिंग की छात्रा कैसे हो सकती है। ऐसा कहा जा सकता है कि मीडिया में इस छात्रा की फोटो के साथ लाखों रुपए विज्ञापन के नाम पर पानी की तरह बहाए गए हैं, ताकि उससे प्रभावित होकर माता-पिता अपने बच्चों को तनिष्का जैसी कामयाब बनाने के लिए इन दावेदारों की शरण में भेज दें। विज्ञापन मीडिया की खुराक है। जाहिर है वह वहीं लिखेगा और दिखाएगा जो सबसे ज्यादा पैसा बहाएगा।
समझिए कोचिंग सेंटरों का खेल
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब किसी टॉपर को कोचिंग सेंटर या इंस्टिट्यूट ने अपना स्टूडेंट बताया है। यह एक जालसाजी वाला खेल है। ऐसा सिर्फ नीट की परीक्षा में नहीं ब्लल्कि यूपीएससी, आईटीटी एग्जाम में भी होता है। जब भी इन परीक्षाओं में कोई छात्र टॉप करता है तो अपने कोचिंग का धंधा चलाने के लिए सभी कोचिंग उस टॉपर को अपना छात्र बताने लगती है और तमाम जगह विज्ञापन देती है ताकि इन परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र और उनके मां-बाप इनके झांसे में आए जाए और प्रभावित होकर वो बच्चे इन कोचिंग सेंटरों में अपना दाखिला करवा लें।