UP : झगड़े और छेड़छाड़ में बदल चुकी थी दोस्ती, सुभारती की चौथी मंजिल से मार दी छलांग, डॉक्टर बनने से पहले खामोश हुई छात्रा
UP : झगड़े और छेड़छाड़ में बदल चुकी थी दोस्ती, सुभारती की चौथी मंजिल से मार दी छलांग, डॉक्टर बनने से पहले खामोश हुई छात्रा
Merrut News: यूपी में मेरठ के कैंट इलाके से कुछ पहले एकदम शांत जगह में बनी सुभारती यूनिवर्सिटी (Subharti University) में मेडिकल छात्रा की आत्महत्या के बाद अशांति फैली हुई है। पुलिस की जांच में नया तथ्य ये है कि मृतका और आरोपी में पहले दोस्ती थी। लेकिन फिर एक दिन अचानक हुए विवाद के बाद छात्रा ने यह सनसनीखेज कदम उठाया।
दो दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ती रहने वाली छात्रा ने आखिरकार शुक्रवार को आखिरी सांस ली और हमेशा के लिए खामोश हो गई। पुलिस की जांच में सामने आया है कि छात्रा लड़के द्वारा खुद को थप्पड़ मारने और छेड़छाड़ से आहत होकर विश्वविद्यालय के पुस्तकालय (Library) की चौथी मंजिल से छलांग मार दी थी। छात्रा ने यह कदम क्यों उठाया पुलिस दोनों के मोबाइल लेकर पड़ताल में लगी है।
इससे पहले पुलिस ने आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया है। उसे जेल भेजा जा चुका है। लिसाड़ीगेट निवासी प्रापर्टी डीलर लड़की के पिता ने थाना जानी में आरोपी सिद्धांत सिंह पंवार के खिलाफ धारा 354, 354A 323, 504 की धारा में मुकदमा दर्ज कराया है। जानी एसओ राजेश कंबोज का कहना है कि बाद में आरोपी पर छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने पर धारा 306 और बढ़ा दी गई है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी सिद्धांत सिंह पवार हरिद्वार के शिवालिक नगर स्थित A-22 का निवासी है। आरोपी के पिता महेश पंवार हरिद्वार मनें दंत चिकित्सक हैं। लड़की के पिता का आरोप है कि सिद्धांत लड़की को पिछले एक हफ्ते से परेशान कर रहा था। वह अन्य छात्राओं के सामने लड़की से छेड़छाड़ करता था। बुधवार को जब इस छेड़छाड़ का छात्रा ने विरोध किया तो सिद्धांत ने उसके साथ मारपीट की।
घटना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने अन्य लड़कियों से भी पूछताछ की। घटना के वक्त मौजूद एक छात्रा ने पुलिस को बताया कि चौथी मंजिल से कूदने से पहले लड़की लगातार मोबाइल पर बात कर रही थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि सहपाठी होने के साथ-साथ मृतका और सिद्धांत के बीच दोस्ती थी। जो अब के दिनों में किसी बात को लेकर बिगड़ गई थी। अब यह दोस्ती किस हद तक थी, पुलिस पड़ताल कर रही है।
लड़की के पिता का कहना है कि वे लड़की को कुछ बनाना चाहते थे। डेढ़ साल पहले वह सुभारती में पढ़ने आई थी। लेकिन उन्हें नहीं पता था कि बेटी की जान चली जाएगी। उन्होने सिद्धांत को बेटी की मौत का जिम्मेदार बताया है। जिसे वह कभी माफ नहीं कर पायेंगे। पिता ने कहा कि बेटी के साथ बहुत अभद्रता की गई। सबके सामने उससे गाली-गलौज और थप्पड़ मारा गया। जिसके बाद उसने जान दे दी।