PM Modi की उज्जैन यात्रा में भीड़ जुटाने के लिए वाहनों के इंतजाम के खर्च का बताया जा रहा ये वायरल पत्र
PM Modi की उज्जैन यात्रा में भीड़ जुटाने के लिए वाहनों के इंतजाम के खर्च का बताया जा रहा ये वायरल पत्र
PM Modi News: सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा है। इस पत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उज्जैन (Ujjain) यात्रा से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। दावा है यह पत्र पीएम मोदी की सभा में लाई गई भीड़ के बसों के इंतजाम से जुड़ा हुआ है। वायरल पत्र को अगर सही माना जाए तो इस ताम-झाम और इंतजाम में करोड़ों रूपये का वारा-न्यारा हुआ है। हालांकि जनज्वार इस पत्र की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता, यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बीती 11 अक्टूबर को उज्जैन (Ujjain) गये थे। यहां उन्होने दुनिया के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक बाबा महाकाल के दर्शन और पूजन किया था। माथे पर तिलक और मंदिर में पूजन के दौरान पहना जाने वाला खास चोला धारण किया था। हाथ में रूद्राक्ष की माला लेकर जाप किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मंगलवार 11 अक्टूबर के दिन महाकाल लोक का लोकार्पण भी किया था।
वायरल हो रहे पत्र के मुताबिक, PM मोदी की उज्जैन यात्रा के लिए आसपास के जिलों से 1300 बसें और 100 मैजिक लगाई गईं थीं। कुल 68 हजार लोगों को आसपास के जिलों से ढोकर लाया गया। कुल दो करोड़ सात लाख़ 38 हजार सात सौ सिर्फ इस आवाजाही में खर्च हुए, इन 68 हजार लोगो के भोजन पानी के लिए एक करोड 32 लाख़ की रकम दी गई।
पूर्व IPS विजय शंकर सिंह लिखते हैं, 'यानि कुल 3 करोड़ 39 लाख़ 38 हजार सात सौ की राशि ऐसे धत करम पर हम जैसे टैक्सपेयर्स से लेकर खर्च की गई है...... और ये तो ऑफिशियल है अन ऑफिशियल रूप से तो कहीं ज्यादा खर्च किए गए होंगे।'
माननीय प्रधानमंत्री जी जब उज्जैन पधारे तो उनके लिए सरकारी पैसे से भीड़ जोड़ने की उचित व्यवस्था की गई। जनता के पैसे से 1300 बसें बुलाई गई। 100 मैजिक अलग से। कुल कितने करोड़ खर्च हुए आप खुद पढ़ लें। तमाशे का बाकी खर्च इसमें शामिल नहीं है। pic.twitter.com/dQoNzCcXoK
— Piyush Babele पीयूष बबेले (@BabelePiyush) October 20, 2022
वरिष्ठ पत्रकार पीयूष बबेले ने ट्वीट कर लिखा है कि, 'माननीय प्रधानमंत्री जी जब उज्जैन पधारे तो उनके लिए सरकारी पैसे से भीड़ जोड़ने की उचित व्यवस्था की गई। जनता के पैसे से 1300 बसें बुलाई गई। 100 मैजिक अलग से। कुल कितने करोड़ खर्च हुए आप खुद पढ़ लें। तमाशे का बाकी खर्च इसमें शामिल नहीं है।'
वायरल हो रहा पत्र का क्रमांक शा-9/2022-23/17673 है। जिसे आदेश के रूप में पीएम की यात्रा से तीन पहले जारी किया गया था। इस पत्र को संचालनालय, नगरीय प्रशासन एवं विकास, म.प्र. भोपाल को, भरत यादव ने जारी किया था। पत्र के अनुसार 15 जिलों जिनमें, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, रतलाम, मंदसौर, नीमच, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगौन, खणंडवा, बुरहानपुर शामिल हैं, से लोगों को लाकर पीएम का संबोधन सुनवाया गया था।
यहां जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि, 'महाकाल लोक में कुछ लोकिक नहीं है, कुछ भी नहीं है। शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं। सब कुछ अलौकिक है। जब महाकाल का आशीर्वाद मिलता है तो काल की रेखायें मिट जाती हैं। शिव के सानिध्य में भारत अंत से अनंत तक की यात्रा पर आगे बढ़ चुका है।'