Aaj Ka Mausam, 22 October: कश्मीर और लद्दाख में अलर्ट, उत्तर पूर्वी मॉनसून से दक्षिणी राज्यों में फिर होगी बारिश
Aaj Ka Mausam, 22 October: पिछले कुछ दिनों से देश के अधिकतर हिस्सों में बारिश हो रही है। केरल से लेकर उत्तराखंड और बिहार समेत पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त है। इसी बीच मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और लद्दाख में 22 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक फिर से बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान जताया है। हालांकि, राहत की बात ये है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि देश भर से दक्षिण-पश्चिम मानसून 26 अक्तूबर तक विदा हो जाएगा।
कश्मीर में बारिश और बर्फबारी का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा अपडेट की मानें तो 23 और 24 अक्टूबर के दौरान एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र खासकर जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान इन ऊंचे इलाकों में भारी बारिश और हिमपात की संभावना है। वहीं, पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी से उत्तर भारत में ठंड बढ़ने की संभावना है।
A fresh Western Disturbance is likely to affect Western Himalayan Region especially Jammu, Kashmir, Ladakh, Gilgit-Baltistan & Muzaffarabad and Himachal Pradesh during 22nd-24th October and adjoining plains of Northwest India during 23rd-24th October, 2021. pic.twitter.com/MMBnZivKd6
— India Meteorological Department (@Indiametdept) October 21, 2021
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते 22 से 24 अक्तूबर तक कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। 23 अक्तूबर को मौसम अधिक खराब होने की संभावना है। श्रीनगर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने मंडलायुक्त जम्मू, कश्मीर और लद्दाख को एडवाइजरी जारी कर संभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है। बताया जा रहा है कि खराब मौसम के कारण हवाई और सड़क सेवाएं प्रभावित हो सकती है। बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य हाईवे भी प्रभावित हो सकते हैं।
बिजली और पानी सप्लाई हो सकती बाधित
स्थानीय मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों में कश्मीर के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होगी। बारिश के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। खराब मौसम से बिजली और पानी की सप्लाई बाधित हो सकती है। मौसम के हालात ज्यादा खराब होने से पहले किसानों को फसलों और पेड़ों की आवश्यक कटाई करने की हिदायत दे दी गई है।
इसके अलावा, आने जाने वाले यात्रियों को मौसम पूर्वानुमान जानकारी लेकर ही संभावित क्षेत्रों में यात्रा करने की सलाह दी गई है। पर्वतीय इलाकों में लगातार तापमान में गिरावट हो रही है। इसी बीच श्रीनगर में बीती रात का न्यूनतम तापमान 6.3 और पहलगाम में 2.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उत्तर-पूर्वी मॉनसून से फिर बढ़ेगी बारिश
मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत पर निचले क्षोभमंडल (पृथ्वी के वायुमंडल का सबसे निचला स्तर) स्तरों में उत्तर-पूर्वी हवाओं के आने की संभावना के साथ, दक्षिण-पश्चिम मानसून के 26 अक्तूबर के आसपास पूरे देश से चले जाने की संभावना है। लेकिन इसी के साथ, उत्तर-पूर्वी मानसून की बारिश भी लगभग 26 अक्तूबर से दक्षिण-पूर्व प्रायद्वीपीय भारत में शुरू होने की संभावना है। उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण तमिलनाडु, केरल के कुछ हिस्सों, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और पुडुचेरी में बारिश की गतिविधियां फिर से शुरु होगीं।
अगले 24 घंटो के दौरान बारिश को अनुमान
स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
During the next 24 hours, light to moderate rain with few heavy spells are possible over Eastern parts of #Assam, #ArunachalPradesh, #Nagaland, coastal #Karnataka, South interior Karnataka, #Kerala, and parts of #TamilNadu.https://t.co/f7TLAS98tm
— SkymetWeather (@SkymetWeather) October 21, 2021